हम बड़े क्या हो गए,
भेद भाव मैं खो गए,
जब बचपन में रहा करते थे,
कभी ऐसा न किया करते थे।
हम बड़े क्या हो गए
सरदारजी ने एक कराया,
हम अलग को हो गए,
हम बड़े क्या हो गए,
भेद भाव मैं खो गए।
विनोबा भावे जैसे महान,
चालू कराया भू दान ,
तेलंगाना से पद यात्रा निकाली,
हम सबको दिलाया सम्मान,
हम बड़े क्या हो गए,
भेद भाव मैं खो गए।
मुरा मुल्क अपना घर था,
हम आँगन मैं खेला करते थे,
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई,
कभी ऐसा न किया करते थे,
हम बड़े क्या हो गए,
भेद भाव मैं खो गए।
https://www.youtube.com/watch?v=oLbMlZHdHtA&t=49s