हाल के यूक्रेन-रूस संघर्ष में हमने देखा कि बहुत से भारतीय छात्रों को निकाला जा रहा है। अचानक भारत को पता चला कि यूक्रेन के मेडिकल कॉलेजों में लगभग 18000 भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं। हालांकि इस बात पर बहस हो रही है कि क्या भारत सरकार ने छात्रों के लिए जो आवश्यक था वह किया है या नहीं, यह ऐसी चीज नहीं है जिसके बारे में हमें ज्यादा चिंतित होना चाहिए। हमने देखा है कि तथाकथित विकसित पश्चिमी देश भी कुछ नहीं कर सकते। उन्होंने अपने नागरिकों को अपने लिए लड़ने के लिए छोड़ दिया। भारतीयों के लिए मुख्य सवाल यह होना चाहिए कि इतने सारे भारतीय छात्र पढ़ाई के लिए विदेश क्यों जाते हैं। क्या यह सिर्फ स्टेटस सिंबल के लिए है? नहीं, यह मुख्य कारण नहीं है. वास्तविक कारण यह है कि हम भारतीय मेडिकल कॉलेजों में सीटों की कमी पर चर्चा नहीं कर रहे हैं। हमारे पास मुट्ठी भर मेडिकल, डेंटल और नर्सिंग कॉलेज हैं, जिसके कारण हमारे छात्रों को चिकित्सा का अध्ययन करने के लिए विदेश जाना पड़ता है। सवाल यह होना चाहिए कि चिकित्सा शिक्षा इतनी महंगी और ऐसे कॉलेजों में सीटें इतनी कम क्यों हैं? स्मॉल टॉक के इस एपिसोड में हम मेडिकल कॉलेजों की कमी पर चर्चा करते हैं।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

One thought on “इतने सारे भारतीय छात्र चिकित्सा का अध्ययन करने के लिए विदेश क्यों जा रहे हैं?”

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