नैरेटिव के युद्ध में भारत का पीछे जाना कुछ वैसा ही है जैसे कभी तलवार-तीरों के युग में तोपों के आने से हुआ था। भारतीय लोगों ने आपने हाथियार उतनी तीव्र गति से नहीं बदले। हाथियों का सामना जब तोपों से होने लगा तो तोपें बेहतर होने के कारण, आक्रमणकारियों को विजय दिलाती रहीं। भारत में सिर्फ मौजूदा कनून ही नहीं, आंम आदमी जो इस नैरेटिव की लड़ाई, इस कथानक के प्रहार को झेलता है, वो नए किस्म के युद्ध के नए हथियार को अपनाने के लिए तैयार नहीं है। “हम तो प्रचार से दूर रहते हैं जी” जैसे जुमलों के पीछे छुपकर वो खुद को नैतिक और शत्रु से महान बताने पर तुला है। वो ये भूल जाता है कि इतिहास विजेता लिखते हैं और अगर वो हारा तो उसे इतिहास में खलनायक ही बताया जाएगा। बल्कि इतिहास तक भी प्रतीक्षा क्यों करनी है? उसे तो Narrative (कथानक) में अभी ही सांप्रदायिक (Communal), अल्पसंख्यकों का दमन करने वाला, स्त्री विरोधी, पुरातनपंथी इत्यादि बताया जाता है। इतिहास से सीखकर या तो नैरेटिव (कथानक) की लड़ाई लड़ना सीखना होगा, या जैसा कभी तोपों से हुआ था, वैसे ही मोर्चा दर मोर्चा हारें मिलती रहेंगी। क्या चुनना है, वो विकल्प तो हमेशा अपने हाथ ही होता है!

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By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

3 thoughts on “हिन्दुओं पर जारी नैरेटिव का वार || Narrative War Loosing Hindus”

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