जयपुर के ईएनटी और स्कल बेस सर्जन डॉ. सतीश जैन नाटकीय अंदाज में आरथबिल का विरोध कर रहे हैं, जब लोगों ने उनसे पूछा कि आप ऐसा क्यों कर रहे हैं, तो वे फेरीवाले बन गए और तरह-तरह के सामान जैसे हेयर ग्रोथ ऑयल, खिलौने आदि को सड़क पर बेच रहे हैं। उसने जवाब दिया कि सरकार डर रही है इसलिए मैं सड़कों पर सामान बेच रहा हूं। सफेद कोट में जयपुर के ईएनटी और स्कल बेस सर्जन डॉ. सतीश जैन हैं। वह खोपड़ी के आधार की सर्जरी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हैं। एक संपूर्ण सज्जन व्यक्ति, वह दुनिया भर में सबसे अधिक ईएनटी सर्जरी करता है। आज यह हताशा देखकर दुख होता है। राजस्थान हेल्थकेयर जल्द ही गड़बड़ हो जाएगी। राजनीतिक लाभ के लिए चिकित्सा पेशे को निशाना बनाने की अपनी ओछी हरकतों से राजनेता स्वास्थ्य सेवा को ही नष्ट कर रहे हैं। यह सोने के अंडे देने वाली मुर्गी को मारने जैसा है। पश्चिम बंगाल ने 2 दशक पहले पेशेवरों और पेशे पर इसी तरह के हमलों के साथ अपनी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली खो दी थी। राजस्थान जल्द ही होगा। #rajasthan #healthcare #drsatishjain #surgeon #jaipur #अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर #प्रसिद्ध #ENT #skullbasesurgeries #shorts #NoToRTH #RollBackRTH #WithdrawRTH #notorth #NoToRTHbill #nationalnews #doctorsatishjain #viralvideo #shortsnews #viralnews #rthnews #shortsvideo #youtubenews #ytnewshorts #news #jaipurnews #rajasthannews #स्मॉलटॉक https://www.facebook.com/anandydr https://twitter.com/anandydr https://www.instagram.com/anandydr/

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *