हाल ही में हमने देखा कि डिस्मैंटलिंग ग्लोबल हिंदुत्व सम्मेलन में हिंदूफोबिक और नफरत फैलाने वाले आयोजक हिंदुत्व और ट्रांसजेंडर लोगों के बीच संबंधों को लेकर बहुत चिंतित हैं। ऐसा क्यों है? ऐसा इसलिए है क्योंकि परंपरागत रूप से हिंदुत्व कभी भी ट्रांसजेंडरों के खिलाफ नहीं रहा है! जाहिर है, उन्हें प्रतिरोध की उम्मीद थी और जब उन्हें कुछ नहीं मिला, तो वे अब बौखला गए हैं।
