“Ek kavi jo kehta hai, wo uske siwa bahut kuch kehta hai.”
In this video you’ll know about Harivansh Rai Bachchan as a person.
Harivansh Rai han (27 November 1907 – 18 January 2003) was an Indian poet of the Nayi Kavita literary movement (romantic upsurge) of early 20th century Hindi literature. He was also a poet of the Hindi Kavi Sammelan. He is best known for his early work Madhushala. He is also the husband of social activist, Teji Bachchan, father of Amitabh Bachchan and Ajitabh Bachchan, and grandfather of Abhishek Bachchan. In 1976, he received the Padma Bhushan for his service to Hindi literature.

#AmitabhBachchan #AbhishekBachchan #HarivanshRaiBachchan #AishwaryaRaiBachchan #HarivanshRaiBachchanBiography #poet #oldpoetry #madhushala #jobeetgyisobaatgyi #nayileak

—————————————————————————————————————————

Subscribe to my channel to know more about such personalities.

Youtube: https://youtu.be/EMLBfi5w6Pw

Instagram:https://instagram.com/khwaabeeda_in_my_dreams?utm_medium=copy_link

Twitter : https://twitter.com/ShreyaS40761481?s=08

Facebook : https://www.facebook.com/profile.php?id=100011105490054

source

By Shreya Srivastava

लेखक परिचय :- श्री प्रह्लाद सबनानी, उप-महाप्रबंधक के पद पर रहते हुए भारतीय स्टेट बैंक, कारपोरेट केंद्र, मुम्बई से सेवा निवृत हुए है। आपने बैंक में उप-महाप्रबंधक (आस्ति देयता प्रबंधन), क्षेत्रीय प्रबंधक (दो विभिन्न स्थानों पर) पदों पर रहते हुए ग्रामीण, अर्ध-शहरी एवं शहरी शाखाओं का नियंत्रण किया। आपने शाखा प्रबंधक (सहायक महाप्रबंधक) के पद पर रहते हुए, नई दिल्ली स्थिति महानगरीय शाखा का सफलता पूर्वक संचालन किया। आप बैंक के आर्थिक अनुसंधान विभाग, कारपोरेट केंद्र, मुम्बई में मुख्य प्रबंधक के पद पर कार्यरत रहे। आपने बैंक में विभिन पदों पर रहते हुए 40 वर्षों का बैंकिंग अनुभव प्राप्त किया। आपने बैंकिंग एवं वित्तीय पत्रिकाओं के लिए विभिन्न विषयों पर लेख लिखे हैं एवं विभिन्न बैंकिंग सम्मेलनों (BANCON) में शोधपत्र भी प्रस्तुत किए हैं। श्री सबनानी ने व्यवसाय प्रशासन में स्नात्तकोतर (MBA) की डिग्री, बैंकिंग एवं वित्त में विशेषज्ञता के साथ, IGNOU, नई दिल्ली से एवं MA (अर्थशास्त्र) की डिग्री, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर से प्राप्त की। आपने CAIIB, बैंक प्रबंधन में डिप्लोमा (DBM), मानव संसाधन प्रबंधन में डिप्लोमा (DHRM) एवं वित्तीय सेवाओं में डिप्लोमा (DFS) भारतीय बैंकिंग एवं वित्तीय संस्थान (IIBF), मुंबई से प्राप्त किया। आपको भारतीय बैंक संघ (IBA), मुंबई द्वारा प्रतिष्ठित “C.H.Bhabha Banking Research Scholarship” प्रदान की गई थी, जिसके अंतर्गत आपने “शाखा लाभप्रदता - इसके सही आँकलन की पद्धति” विषय पर शोध कार्य सफलता पूर्वक सम्पन्न किया। आप तीन पुस्तकों के लेखक भी रहे हैं - (i) विश्व व्यापार संगठन: भारतीय बैंकिंग एवं उद्योग पर प्रभाव (ii) बैंकिंग टुडे एवं (iii) बैंकिंग अप्डेट श्रेया श्रीवास्तव (उपयोगकर्ता द्वारा प्रदान किया गया) कॉर्पोरेट जगत में एक पेशेवर के रूप में अपने कीबोर्ड के साथ एक प्रतिबद्ध रिश्ते में होने के बावजूद, मेरा दिल मेरी भरोसेमंद कलम का है। लेखन मेरा सच्चा जुनून है, और मैं अपने पाठकों और श्रोताओं के बीच अपने उपनाम ख्वाबीदा से जाना जाता हूं, जिसका अर्थ है "मेरे सपनों में।" मुझे विशेष रूप से वॉयसओवर बनाने में मजा आता है, और किसी दिन एक सफल वॉयसओवर कलाकार बनना मेरा सपना है। हालांकि यह मेरे काम के जीवन के साथ मेरी रचनात्मक गतिविधियों को संतुलित करने के लिए एक चुनौती हो सकती है, मेरा मानना है कि जो मुझे खुशी देता है उसका पीछा करना जारी रखना आवश्यक है।

36 thoughts on “HARIVANSH RAI BACHCHAN : KNOWN & UNKNOWNS || POEMS AND INTERESTING FACTS ABOUT GREAT POET’S LIFE ||”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed