मैं रुकूंगा नहीं,
चाहे तू साथ दे, या न दे, ओ किस्मत,
जब तक सांस हे,
मैं झुकूंगा नहीं,
थक गया तो क्या,
हारूंगा नहीं,
मैं रुकूंगा नहीं।
तेरे सहारे बैठूंगा नहीं,
जा तुझे आजाद किया ,
तुझे कोसुंगा नहीं,
चाहे तू साथ दे, या न दे,
मैं रुकूंगा नहीं।
यूं तो शिकायतें हैं, तुझसे बहुत,
पर जा तुझको माफ किया,
तुझ पर ये उपकार किया,
जा तुझे माफ किया,
घी बनने के लिए दूध को तपना पड़ता है,
करूंगा तप,
चाहे तू साथ दे, या न दे, ओ किस्मत,
तेरे सहारे बैठूंगा नहीं,
पर रुकूंगा नहीं।
काबलियत का खजाना हूं मैं,
पर तुने न साथ दिया,
गुनाह मैंने किया नहीं,
इसलिए बिलकुल झुकूंगा नहीं,
रुकूंगा नहीं,
चाहे तू साथ दे, या न दे, ओ किस्मत,
जब तक सांस हे झुकूंगा नहीं,
थक गया तो क्या, हारूंगा नहीं,
मैं रुकूंगा नहीं।
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