पटना. वीआईपी पार्टी के राष्‍ट्रीय सह बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के मंत्री मुकेश सहनी के पटना स्थित 6 स्‍टैंड रोड आवास पर राष्ट्रीय मछुआरा दिवस मनाया गया, जिसमें विकासशील इंसान पार्टी के नेता व कार्यकर्ता कोविड नियमों का पालन करते हुए शामिल हुए। इस दौरान मंत्री मुकेश सहनी ने मछुआरा समाज की एकजुटता और विकास पर बल दिया। साथ ही उन्‍होंने पार्टी के आईटी सेल के सैकड़ों युवाओं के बीच मोबाइल फोन का वितरण किया और कहा कि इससे युवा डिजिटली सरकार की योजनाओं से जुड सकेंगे और लोगों के बीच जन जागृति का कार्य भी कर सकेंगे। वहीं, लोजपा के प्रदेश महासचिव अशोक पासवान ने वीआईपी पार्टी की सदस्‍यता ग्रहण की।

इस मौके पर मुकेश सहनी ने कहा कि मछुआरा समाज की एकजुटता की वजह से ही आज सत्ता में हमें भागीदारी मिला है। लेकिन अब हमारे समाने लक्ष्‍य समाज के युवा और युवतियों को साक्षर बनाने का भी है, ताकि हम अपने अधिकारों के प्रति सजग रहे हैं और अपनी जीवनशैली में समृद्ध बनाये। इसके लिए विकासशील इंसान पार्टी प्रयासरत हैं। वहीं, आदरणीय मुख्‍यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्‍व में एनडीए सरकार भी मछुआरा समाज के लिए संवेदनशील है, ताकि इस समाज का संपूर्ण विकास हो। हम मुख्‍यमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश के सर्वांगीण विकास को तत्‍पर हैं।

इस मौके पर विकासशील इंसान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाल गोविंद विंद, राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता देव ज्‍योति और आनंद मधुकर यादव,पप्पू चौहान,अर्जुन सहनी के साथ लोग मौजूद रहे।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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