उत्तर प्रदेश का लक्ष्य पीएम ई-बस योजना के तहत 10,000 में से 1,800 ई-बसों की बड़ी हिस्सेदारी प्राप्त करना है। बसें लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, फिरोजाबाद, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, आगरा, झाँसी, वाराणसी, मेरठ, प्रयागराज, बरेली, अलीगढ, मुरादाबाद, अयोध्या, शाहजहाँपुर, मथुरा, रामपुर और सहारनपुर में चालू रहेंगी।

राज्य सरकार का शहरी विकास मंत्रालय इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर रहा है. भारत भर के शहरी केंद्रों में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के माध्यम से स्वच्छ और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने की पहल का उल्लेख प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच द्विपक्षीय वार्ता के बाद भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा जारी संयुक्त बयान में भी किया गया है। राज्य के राष्ट्रपति जो बिडेन ने परिवहन क्षेत्र को डीकार्बोनाइजिंग करने की आवश्यकता दोहराई।

उ0प0  । बड़े शहरों में 150-150 और छोटे शहरों में 50-50 बसें चलाने की योजना है। लखनऊ, गाजियाबाद जैसे शहरों में 150 बसें चलाने का प्रस्ताव है. और कानपुर, जबकि मेरठ, वाराणसी, मेरठ, आगरा, प्रयागराज, बरेली, अलीगढ़, गोरखपुर, मोरादाबाद, फिरोजाबाद और गौतम बुद्ध नगर प्रत्येक में 100 बसें चला रहे हैं।

अगस्त में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने “पीएम-ईबस सेवा” को मंजूरी दी, जिसका उद्देश्य शहरी परिवहन दक्षता को बढ़ाना और पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देना भी है।

By Aware News 24

Aware News 24 भारत का राष्ट्रीय हिंदी न्यूज़ पोर्टल , यहाँ पर सभी प्रकार (अपराध, राजनीति, फिल्म , मनोरंजन, सरकारी योजनाये आदि) के सामाचार उपलब्ध है 24/7. उन्माद की पत्रकारिता के बिच समाधान ढूंढता Aware News 24 यहाँ पर है झमाझम ख़बरें सभी हिंदी भाषी प्रदेश (बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली, मुंबई, कोलकता, चेन्नई,) तथा देश और दुनिया की तमाम छोटी बड़ी खबरों के लिए आज ही हमारे वेबसाइट का notification on कर लें। 100 खबरे भले ही छुट जाए , एक भी फेक न्यूज़ नही प्रसारित होना चाहिए. Aware News 24 जनता की समस्या को उठाता है और उसे सरकार तक पहुचाता है , उसके बाद सरकार ने जनता की समस्या पर क्या कारवाई की इस बात को हम जनता तक पहुचाते हैं । हम किसे के दबाब मे काम नही करते यह कलम और माइक का कोई मालिक नही हम सिर्फ आपकी बात करते हैं, निष्पक्षता को कायम रखने के लिए हमने पौराणिक गुरुकुल परम्परा को पुनः जीवित करने का संकल्प लिया है । आपको याद होगा कृष्ण और सुदामा की कहानी जिसमे वो दोनों गुरुकुल के लिए भीख मांगा करते थे। आखिर ऐसा क्यों था ? तो आइए समझते हैं , वो ज़माना था राजतंत्र का अगर गुरुकुल चंदे, दान, या डोनेशन पर चलता तो जो दान दाता है, उसका प्रभुत्व उस गुरुकुल पर होता मसलन कोई राजा का बेटा है तो राजा गुरुकुल को निर्देश देते की, मेरे बेटे को बेहतर शिक्षा दो, जिससे कि भेद भाव उत्तपन होता. इसी भेद भाव को खत्म करने के लिए, सभी गुरुकुल मे पढ़ने वाले बच्चे भीख मांगा करते थे. अब भीख पर किसी का क्या अधिकार ! इसलिए हमने भी किसी के प्रभुत्व मे आने के बजाय जनता के प्रभुत्व मे आना उचित समझा । आप हमें भीख दे सकते हैं 9308563506@paytm . हमारा ध्यान उन खबरों और सवालों पर ज्यादा रहता है, जो की जनता से जुडी हो मसलन बिजली, पानी, स्वास्थ्य और सिक्षा, अन्य खबर भी चलाई जाती है क्योंकि हर खबर का असर आप पर पड़ता ही है चाहे वो राजनीति से जुडी हो या फिल्मो से इसलिए हर खबर को दिखाने को भी हम प्रतिबद्ध है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *