भारत सरकार ने अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार के तहत, IN-SPACe (Indian National Space Promotion and Authorization Center) के तत्वावधान में एक 1,000 करोड़ रुपये के वेंचर कैपिटल फंड की स्थापना को मंजूरी दी है। इस फंड का उद्देश्य भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में नवाचार, आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को गति देना है।
फंड का वित्तीय विवरण:
- उपयोग की अवधि: 5 साल
- वार्षिक निवेश: 150-250 करोड़ रुपये
- कुल फंड: 1,000 करोड़ रुपये
फंड की प्रमुख विशेषताएँ:
- स्टार्टअप को सहायता: 40 से अधिक अंतरिक्ष स्टार्टअप्स को इस फंड से आर्थिक मदद मिलेगी।
- निवेश की सीमा:
- प्रारंभिक चरण में: 10-30 करोड़ रुपये
- विकास के बाद के चरण में: 30-60 करोड़ रुपये
लक्ष्य और लाभ:
- अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का विस्तार: भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना।
- निजी निवेश को आकर्षित करना: निवेशकों का विश्वास बढ़ाकर निजी पूंजी का प्रवाह सुनिश्चित करना।
- रोजगार सृजन: इंजीनियरिंग, डेटा विश्लेषण, मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों नौकरियां सृजित करना।
- भारत में कंपनियों को बनाए रखना: प्रतिभा पलायन को रोकने के साथ-साथ भारतीय कंपनियों को विदेशों में बसाने की प्रवृत्ति से निपटना।
- आत्मनिर्भर भारत का समर्थन: घरेलू क्षमताओं का विकास और अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना।
पृष्ठभूमि:
भारत सरकार द्वारा 2020 में किए गए अंतरिक्ष क्षेत्र के सुधारों के हिस्से के रूप में यह कदम उठाया गया है। भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था, जो वर्तमान में 8.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, को 2033 तक 44 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य है। यह फंड भारतीय अंतरिक्ष स्टार्टअप्स के लिए जरूरी वित्तीय सहायता प्रदान करेगा, जिससे यह क्षेत्र तेजी से विकसित हो सकेगा।
क्र.सं
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वित्तीय वर्ष
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अनुमानित राशि (करोड़ रुपये में)
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I
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2025-26
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150.00
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2
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2026-27
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250.00
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3
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2027-28
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250.00
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4
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2028-29
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250.00
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5
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2029-30
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100,00
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कुल राशि (वीसी)
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1000.00
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