गोरखपुर एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर।
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गोरखपुर पुलिस ने माफिया पर कुख्यात कसना तेज कर दिया है। अब जेल में ठीक होने के साथ ही पुराने से लेकर नए मामले में सजा के लिए कोर्ट में पैरवी, गवाहों को सही समय पर पहुंचाने की जिम्मेदारी एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने तैयार किया है।
एक-एक एसपी के नाम पर माफिया का नाम दिया जाता है, ताकि उनकी सीधी जिम्मेदारी हो और कहीं से भी किसी मामले में खेल न हो। दूसरे, माफिया के जमानतदारों के घर पर पुलिस लगी तो कई तो ऐसे मिल गए, जिनमें यह भी नहीं पता कि किसकी जमानत उन्होंने ली है। अब कई जमानतदारों ने कोर्ट में अर्जी देकर जमानत वापस लेने की अर्जी दे दी है।
यूपी के बदमाशों की शीर्ष सूची में माफिया के जेल में जाने से लेकर उन्हें दर्ज मामलों में सजा देने के लिए एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने जिम्मेदारी तय की है। माफिया अजीत रॉयल और विनोद उपाध्याय के लिए एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई, सुधीर सिंह, राजन तिवारी के लिए एसपी साउथ अरुण कुमार सिंह और माफिया राकेश यादव के लिए एसपी नार्थ मनोज अवस्थी व एसपी मानुष पारिक को नियुक्त किया गया है।
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वहीं, अस्पताल माफिया बेलघाट के सूरज सिंह और विनय जैसे कई जमानतदारों ने जमानत वापस लेने की अर्जी दी है। पुराने मामलों में पीछे के समझौते होने के बाद उस मामले में भी पुलिस रिमांड लेने की तैयारी की जाती है। पुलिस की कोशिश है कि जेल में बंद माफिया को बाहर से नकारा जाए और उनके खिलाफ दर्ज मामलों में पैरवी करने की सजा दी जाए।