जीवा मर्डर केस
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पश्चिमी ऊपरी कुख्यात माफिया संजीव महेश्वरी उरी जीवा के कोर्ट परिसर में दिनदहाड़े हत्या की असली वजह माफिया गुटों की आपसी लड़ाई तय की जा रही है। जीवा की हत्या के बाद उसका हमलावर का पता लगा रही पुलिस भी उसी दिशा में अपनी जांच आगे बढ़ा रही है।
वहीं, अंडरवर्ल्ड में भी चर्चा है कि यह पश्चिम और पूर्वांचल का माफिया के नए गुटजोड़ के बाद एक-दूसरे को रिटर्न गिफ्ट दिया गया है। इसकी शुरुआत माफिया मुख्तार के करीबी घोसले मुन्ना बजरंगी की हत्या से हुई थी।
यूपी के अंडरवर्ल्ड की गहरी जानकारी रखने वाले अफसरों की जिम्मेदारी तो मुन्ना बजरंगी ने अपने साले पुष्पजीत को नई गैंग को संभालने की जिम्मेदारी ली थी। पुष्पजीत ने जरायम की दुनिया में कदम रखने के बाद कई बड़े माफियाओं को सीधी चुनौती देना शुरू कर दिया था।
देवीपाटन मंडल के एक बाहुबली सांसद से चुने की रैकेट को लेकर और पूर्वांचल के पूर्व बाहुबली सांसद से रेलवे के ठेकों को लेकर पुष्पजीत की तनातनी हुई थी। पूर्वांचल के पूर्व सांसद की मुखिया और मुन्ना से पुरानी आमद थी। दोनों ही एक-दूसरे के करीबियों को ठिकाने लगा रहे हैं। इस बीच पुष्पजीत की हत्या ने बड़ा उलटफेर कर दिया।