रायचूर जिले के सिंधनूर तालुक में एक सफल पुलिस अभियान के तहत, पुणे से अपहृत चार युवकों को मंगलवार को एक घर से बचाया गया। यह अभियान सिंधनूर ग्रामीण पुलिस और पुणे की बिबवेवाड़ी पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से चलाया गया। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
रायचूर के पुलिस अधीक्षक एम. पुट्टमदैया ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी टिक्कुंडी गांव के 29 वर्षीय रामू अप्पारया, सांगली जिले के 20 वर्षीय दत्ता शिवाजी और 22 वर्षीय हर्षद हैं। आरोपियों ने पुणे के बिबवेवाड़ी क्षेत्र से चार युवकों—स्वपनल बजरंग लांडे, शुभम बजरंग लांडे, कृष्णा गजानन लांडे, और ओंकार गजानन लांडे—का अपहरण किया था। इन युवकों को कुन्नाटगी गांव के एक घर में बंधक बनाकर रखा गया था, और उनकी रिहाई के बदले ₹1 करोड़ की फिरौती की मांग की गई थी।
बिबवेवाड़ी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होने के बाद, पुणे पुलिस ने रायचूर पुलिस की मदद मांगी। पुलिस ने संयुक्त अभियान के तहत घर पर छापा मारकर बंधकों को सुरक्षित छुड़ाया और आरोपियों को गिरफ्तार किया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि अपहरणकर्ताओं और बंधकों के बीच पैसे को लेकर विवाद के कारण यह अपराध हुआ।
इस कार्रवाई में 12 मोबाइल फोन, एक खिलौना पिस्तौल, और एक वाहन भी बरामद किया गया। आरोपियों को आगे की जांच के लिए बिबवेवाड़ी पुलिस के हवाले कर दिया गया है।