राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रविवार को अजमेर के किशनगढ़ हवाई अड्डे पर नव स्थापित उड़ान प्रशिक्षण केंद्र ‘अव्यानया एविएशन अकादमी’ के उद्घाटन समारोह के दौरान सेसना विमान को हरी झंडी दिखाते हुए। | फोटो क्रेडिट: एएनआई
राजस्थान की पहली उड़ान प्रशिक्षण अकादमी अजमेर जिले के किशनगढ़ हवाई अड्डे पर शुरू की गई है। इसका फोकस अत्याधुनिक तकनीक और नवीन शिक्षण विधियों पर होगा। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने रविवार को किशनगढ़ में अव्याना एविएशन अकादमी का उद्घाटन किया।
श्री शर्मा ने कहा कि विमानन क्षेत्र तेजी से प्रगति कर रहा है और इससे राज्य में व्यापार के अवसरों का विस्तार करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किशनगढ़ हवाई अड्डे की सभी आवश्यकताओं का ध्यान रखेगी, जिसमें विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण भी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई अकादमी किशनगढ़ में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने में मदद करेगी, जो अपने संगमरमर और ग्रेनाइट उद्योग के कारण एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र के रूप में उभरा है। श्री शर्मा ने कहा, “मुझे विश्वास है कि यह केंद्र युवाओं को विमानन क्षेत्र में करियर बनाने का अवसर प्रदान करेगा और किशनगढ़ को विमानन प्रशिक्षण के एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।”
श्री शर्मा ने कहा कि केंद्र ने देशभर में 21 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों को मंजूरी दी है और हवाई यात्रियों की संख्या बढ़ाने तथा कम सेवा वाले हवाई मार्गों को उन्नत करके क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की उड़ान योजना से 1.41 करोड़ से अधिक घरेलू यात्रियों को लाभ मिला है।
श्री शर्मा ने कहा कि जयपुर के सांगानेर एयरपोर्ट के साथ-साथ किशनगढ़ एयरपोर्ट पर भी यातायात बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “इससे राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। राज्य में हवाई संपर्क में सुधार से पर्यटन के साथ-साथ अन्य उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।”
उद्घाटन समारोह में अन्य गणमान्यों के अलावा, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी (जो लोकसभा में अजमेर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं), विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और किशनगढ़ हवाई अड्डे के निदेशक बी.एल.मीणा भी शामिल हुए।