Poet, Writer, Singer Kushal Sharma जी का हाल ही का एक शेर :- दिखेंगी कसित्या लेकिन किनारों पर खडी होंगी , किसी ने पुल को दरिया पार तक जो जोड़ डाला है
उन्माद की पत्रकारिता के बिच समाधान ढूंढ़ता
Poet, Writer, Singer Kushal Sharma जी का हाल ही का एक शेर :- दिखेंगी कसित्या लेकिन किनारों पर खडी होंगी , किसी ने पुल को दरिया पार तक जो जोड़ डाला है