भारत में फिलीपींस गणराज्य के राजदूत जोसेल फ्रांसिस्को इग्नासियो और उनकी टीम ने भारतीयों के लिए वीज़ा पहुंच को आसान बनाने के लिए कुछ मौलिक सिफारिशें प्रस्तुत की हैं।
यदि मनीला में हमारे अधिकारियों द्वारा इसे मंजूरी दे दी जाती है, तो इससे भारतीयों के लिए वीजा प्राप्त करना काफी आसान हो जाएगा। श्री इग्नासियो ने कहा कि यह हमारे राष्ट्रपति द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुरूप है, जिसमें फिलीपींस को भारत और उसके बड़े आउटबाउंड पर्यटन को फिलीपींस में आगंतुकों का एक प्रमुख स्रोत बनाने के तरीकों की तलाश करनी है। वे दक्षिणी भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (SICCI) द्वारा आयोजित ‘आर्थिक विकास और साझेदारी के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए फिलीपींस के साथ व्यापार करना’ विषय पर एक गोलमेज सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली में सीमित आधार पर ई-वीजा का क्रियान्वयन शुरू कर दिया है तथा शीघ्र ही इसे पूरे भारत में लागू करने की तैयारी कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि इस वर्ष के भीतर दोनों देशों के बीच सीधा हवाई संपर्क स्थापित करने के प्रयास जारी हैं।
श्री इग्नासियो ने कहा कि भारत और फिलीपींस के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2023 में 3 बिलियन डॉलर को पार कर चुका है, जो पिछले वर्ष 2.8 बिलियन डॉलर था और तरजीही व्यापार समझौते (पीटीए) के लिए जमीनी कार्य चल रहा है।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु एक नामित “रक्षा औद्योगिक गलियारा” है, जिसे इसकी मजबूत रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र इकाइयों और स्टार्ट-अप्स द्वारा बल मिलेगा, जो फिलीपींस सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण में योगदान दे सकता है, जिसके लिए कई वर्षों में 35 बिलियन डॉलर तक का बजट निर्धारित किया गया है।
फिलीपींस गणराज्य के मानद महावाणिज्यदूत अश्विन सी. मुथैया ने कहा कि फिलीपींस-भारत द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए मानद वाणिज्य दूतावास का उद्देश्य साझेदारी को और आगे बढ़ाना है, जिससे न केवल मौजूदा संबंधों को मजबूत किया जा सके, बल्कि सहयोग के नए रास्ते भी तलाशे जा सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि द्विपक्षीय सहयोग पर भारत-फिलीपींस संयुक्त आयोग की बैठक में फिलीपींस के विदेश सचिव और भारत के विदेश मंत्री ने भाग लिया था तथा इसमें रक्षा, समुद्री, कानून प्रवर्तन, विकास, स्वास्थ्य एवं फार्मास्यूटिकल्स, पर्यटन और नागरिक उड्डयन, कृषि, वित्तीय प्रौद्योगिकी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कांसुलरी मामले और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे सभी क्षेत्रों में संबंधों और सहयोग को गहरा करने का आह्वान किया गया था।
एसआईसीसीआई के अध्यक्ष श्री अरुण अलगप्पन ने कहा कि भारत, विशेषकर तमिलनाडु और फिलीपींस के बीच गतिशील व्यापार साझेदारी के लिए मंच तैयार है।
उन्होंने कहा कि अगले वर्ष की शुरुआत में फिलीपींस में हमारा प्रस्तावित व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल संबंधों को मजबूत करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।