कराची | 22 फरवरी 2025 – पाकिस्तान ने कराची की मलिर जेल में बंद 22 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया है। शनिवार को इन मछुआरों को वाघा बॉर्डर के जरिए भारत भेजे जाने की संभावना है।
क्या है मामला?
पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक, इन मछुआरों ने अपनी सजा पूरी कर ली थी, जिसके बाद उन्हें शुक्रवार (21 फरवरी) को मुक्त कर दिया गया।
एडी फाउंडेशन ने उनके लाहौर तक के सफर की व्यवस्था की, जहां से वे भारत लौटेंगे।
यात्रा खर्च के अलावा, फाउंडेशन ने उन्हें उपहार और नकद राशि भी प्रदान की।
क्या बोले फाउंडेशन प्रमुख फैसल एडी?
“मछुआरे अनजाने में समुद्री सीमाओं को पार कर जाते हैं, दोनों सरकारों को उनके प्रति दयालु रवैया अपनाना चाहिए।”
“परिवारों को सालों तक इंतजार करना पड़ता है, सजा पूरी होते ही तेजी से प्रत्यावर्तन होना चाहिए।”
सीमाओं की उलझन और मछुआरों की गिरफ्तारी
भारत और पाकिस्तान में अक्सर मछुआरे गलती से समुद्री सीमाओं का उल्लंघन कर बैठते हैं, जिससे वे गिरफ्तार कर लिए जाते हैं।
1 जनवरी 2025 को जारी कैदियों की सूची:
- पाकिस्तान की जेलों में: 266 भारतीय (49 नागरिक + 217 मछुआरे)
- भारत की जेलों में: 462 पाकिस्तानी (381 नागरिक + 81 मछुआरे)
क्या ऐसे मामलों में त्वरित रिहाई संभव है?
क्या दोनों देशों को मछुआरों की तत्काल वापसी की नीति पर विचार करना चाहिए?
या समुद्री सीमाओं को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश तय करने की जरूरत है?
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