वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक सी.एच.वी.एम. कृष्णा राव (64) का 17 अगस्त की सुबह निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी, बेटा, बेटी और दो पोते-पोतियां हैं।
कृष्णा राव का 47 साल का उल्लेखनीय करियर पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके अटूट समर्पण का प्रमाण है।
1975 में एक स्टिंगर के रूप में अपनी यात्रा शुरू करते हुए, कृष्ण राव ने अंग्रेजी और तेलुगु समाचार पत्रों पर एक अमिट छाप छोड़ी, जिसमें उन्होंने योगदान दिया। इनमें ईनाडु आंध्र प्रदेश, आंध्र भूमि, डेक्कन क्रॉनिकल और द न्यू इंडियन एक्सप्रेस शामिल थे। उनकी सबसे लंबी और सबसे प्रभावशाली भूमिका डेक्कन क्रॉनिकल के समाचार ब्यूरो के प्रमुख के रूप में थी जहां उन्होंने 18 वर्षों से अधिक समय तक सेवा की।
अपने प्रियजनों द्वारा प्यार से “बाबई” कहलाए जाने वाले, कृष्णा राव की गहरी अंतर्दृष्टि और सत्य की अथक खोज ने उन्हें पूरे पत्रकार समुदाय में सम्मान दिलाया। उनके परिवार के सदस्यों ने कहा कि पिछले एक साल से कैंसर से उनकी लड़ाई बहुत जल्द खत्म हो गई।
मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने वरिष्ठ पत्रकार के निधन पर शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृष्णा राव प्रगतिशील विचारों वाले वरिष्ठ पत्रकार थे। गहरी अंतर्दृष्टि और लोगों के हित में उनके लेखन, विश्लेषण और टीवी चैनलों पर बहसें विचारोत्तेजक थीं।
मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि चार दशकों से अधिक समय तक एक ईमानदार पत्रकार के रूप में काम करने वाले कृष्णा राव का निधन पत्रकारिता के लिए एक बड़ी क्षति है।