भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद कंगना रनौत ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के प्रति अपनी हालिया टिप्पणियों से एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। 2 अक्टूबर, 2024 को, गांधीजी की जयंती पर, रनौत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, “देश के पिता नहीं, देश के तो लाल होते हैं। धन्य है भारत मां के ये लाल,” जो गांधी के महत्व को कम करने की कोशिश के रूप में देखा गया।
सफाई या नया विवाद?
इसके साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गांधी की स्वच्छता विरासत को आगे बढ़ाने का श्रेय भी दिया। इस पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने उन्हें आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनकी टिप्पणियाँ “भद्दा मजाक” हैं और उन्होंने पूछा कि क्या मोदी अपनी पार्टी के “गोडसे भक्त” को माफ करेंगे।
श्री श्रीनेत ने कहा, “राष्ट्रपिता हैं, बेटे हैं, और हैं शहीदों। हर कोई सम्मान का हकदार है।” इस पर पंजाब के वरिष्ठ भाजपा नेता मनोरंजन कालिया ने भी कंगना की आलोचना की, यह कहते हुए कि उनकी विवादास्पद टिप्पणियां पार्टी के लिए समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
कंगना का विवादास्पद राजनीतिक सफर
कंगना रनौत का राजनीतिक सफर विवादों से भरा रहा है। उन्होंने हाल ही में किसान आंदोलन को लेकर कहा था कि यह “भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति” पैदा कर रहा है, जिसके लिए उन्हें बाद में सफाई देनी पड़ी थी।
कंगना की ये टिप्पणियाँ और उनकी राजनीतिक बयानबाजी एक बार फिर उनके समर्थकों और विरोधियों के बीच चर्चा का विषय बन गई हैं।
निष्कर्ष
कंगना रनौत की टिप्पणियों ने एक बार फिर भारतीय राजनीति में विवाद को जन्म दिया है, जहां राजनीतिक बयानबाजी अक्सर संवेदनशील मुद्दों को प्रभावित करती है। उनकी टिप्पणियों को लेकर अब देखना होगा कि बीजेपी और अन्य राजनीतिक दल क्या कदम उठाते हैं।