प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर, 2024 को झारखंड में एक महत्वपूर्ण जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की गठबंधन सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली सरकार घुसपैठियों का समर्थन कर राज्य की पहचान, संस्कृति और आदिवासी विरासत को खतरे में डाल रही है। प्रधानमंत्री ने आगाह किया कि हिंदू और आदिवासी आबादी में गिरावट हो रही है, और इसे रोकने के लिए अब “परिवर्तन” का समय आ गया है।
मोदी ने “माटी, बेटी, रोटी” की सुरक्षा का आह्वान करते हुए कहा कि झारखंड की मिट्टी, महिलाओं की इज्जत और रोज़गार को बचाने के लिए वोट बैंक की राजनीति करने वाली शक्तियों को सत्ता से बाहर करना जरूरी है। उन्होंने भाजपा की परिवर्तन यात्रा के समापन कार्यक्रम में जोर देकर कहा कि राज्य की जनता को अपनी पहचान और सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए।
यह प्रधानमंत्री मोदी की दो हफ्तों में झारखंड की दूसरी यात्रा थी, जो 81 विधानसभा सीटों के चुनाव को लेकर हो रही है। इस यात्रा के दौरान महिलाओं ने प्रधानमंत्री को ‘परिवर्तन यात्रा’ के दौरान एकत्र की गई मिट्टी से भरा कलश भेंट किया, जो झारखंड की सुरक्षा और विकास की प्रतिबद्धता का प्रतीक था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 20 सितंबर को साहिबगंज से इस यात्रा का शुभारंभ किया था, जिसमें 24 जिलों की सभी विधानसभा सीटों को कवर किया गया। भाजपा की इस परिवर्तन यात्रा ने राज्य में 5,400 किलोमीटर की दूरी तय की, जिससे आगामी चुनावों के लिए भाजपा का आक्रामक चुनावी अभियान स्पष्ट रूप से सामने आया।