कई बार लोग भगवद्गीता याद करने का प्रयास करते हैं। क्या ये संभव है कि पूरे सात सौ श्लोक याद कर लिए जाएँ? अगर टुकड़े-टुकड़े में तोड़कर किया जाए तो ऐसा किया जा सकता है। अगर दिन के केवल दो ही श्लोक याद किये जाएँ और ऐसा एक वर्ष तक लगातार जारी रखा जाए, तो सात सौ श्लोक याद किये जा सकते हैं।

 

अब प्रश्न है कि हर दिन दो श्लोक रटें कैसे? तो इसके लिए फिर से बचपन के दिनों वाली श्रुतिलेख की पुस्तिका याद कीजिये। उसमें वाक्य थोड़े हल्के रंग से छपे होते थे। बच्चों को उसपर कलम या पेंसिल से दोबारा लिखना होता था। जो वाक्य पांच बार लिख डाला जाए, संभावना है कि वो याद भी हो जायेगा। तो क्या एक बार फिर से ऐसा करें?

Gita Chapter 12

पहले से इस काम के लिए कोई कॉपी-पुस्तिका बनी बनायी नहीं आती, अतः हमने ऐसी एक पुस्तिका का निर्माण शुरू किया है। बारहवाँ अध्याय (भक्तियोग) सबसे छोटा होता है। हमने उसी के बीस श्लोकों से शुरुआत की है। हर दिन हम इसमें एक दो पन्ने जोड़ते जाते हैं। आपको केवल इसे डाउनलोड करना है। फिर प्रिंट लेकर उसपर लिखने का अभ्यास किया जा सकता है। मेरा प्रयास है कि इसके अक्षरों के आकार, फॉण्ट इत्यादि में सुधार लगातार जारी रखा जाए। अगर आप इस दिशा में कोई भी सुझाव दे सकेंगे, तो बड़ी कृपा होगी!

 

धन्यवाद

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

22 thoughts on “भगवद्गीता याद करने की सोच रहे हैं?”
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