पटना। फूले स्मारक स्थल, दरोगा राय पथ के प्रांगण में महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती मालाकार कल्याण समिति द्वारा मनायी गई। समारोह में वक्ताओं ने कहा कि महात्मा फुले ने दलितों व गरीबों को जीने का ढंग सिखाया तथा नारी सम्मान के लिए काम किया. उनके त्याग और बलिदान को कभी भुलाया नही जा सकता। वो समाज के सभी वर्ग को शिक्षा प्रदान करने के प्रबल समथर्क थे तथा भारतीय समाज में प्रचलित जाति आधारित विभाजन और भेदभाव के विरोधी थे। उनका मूल उद्देश्य स्त्रियों को शिक्षा का अधिकार देना, बाल विवाह का विरोध और विधवा विवाह का समर्थन करना रहा। फुलेजी ने समाज को कुप्रथा एवं अंधश्रद्धा के जाल से मुक्त कराने में अपना सम्पूर्ण जीवन लगा दिया।
समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार मालाकार ने कहा कि आज के कार्यक्रम में कई मंत्रिओं को आमंत्रित किया था, सभी ने आश्वासन भी दिया था लेकिन किसी के भी नहीं आने से हम सभी बहुत आहत हैं। उन्होंने कहा कि यह पुरे मालाकार समाज का घोर अपमान है। रामनवमी के दिन फूल बेचने वाले पर हार्डिंग पार्क में पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किया गया साथ ही लाखों रुपये का फूल बुलडोजर से नष्ट कर दिया गया। फूल व्यवसाय के लिए सरकार ने आज तक मंडी की व्यवस्था नही की है। हम सरकार से मांग करते हैं कि अन्य व्यवसाय के तरह ही फूल व्यवसाय के लिए भी मंडी की व्यवस्था की जाए। कार्यक्रम में सचिव बिरेन्द्र प्रसाद, संयोजक मदन प्रसाद, पंकज कुमार, प्रमोद मालाकार, पिन्टू, सुधीर, गीता देवी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।