पुलिस हिरासत में देवनरायन की मौत से आक्रोशित लोगों ने गुरुवार को गोंडा-अयोध्या हाइवे पर नवाबगंज में शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। भीड़ ने एंबुलेंस सहित पुलिस के चार वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान खूब ईंट-पत्थर चले। प्रर्दशनकारी आरोपित पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं।
उधर मृतक के पिता की तहरीर पर थानाध्यक्ष समेत चार पुलिस कर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने प्रभारी निरीक्षक नवाबगंज तेज प्रताप सिंह व स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) प्रभारी अमित यादव को निलंबित कर दिया है। सुरक्षा के मद्देनजर कई थानों की पुलिस, पीएसी के जवान तैनात किए गए हैं। अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने बताया कि पत्थरबाजी में कुछ पुलिस कर्मी भी जख्मी हुए हैं। प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
यह है घटना : आठ सितंबर की रात नवाबगंज के जैतपुर चौहानपुरवा के रहने वाले झोलाछाप राजेश चौहान की गला काट कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पूछताछ के लिए माझा राठ के रहने वाले बिजली विभाग में संविदा पर तैनात कर्मी देव नरायन को बुधवार की दोपहर थाने पर बुलाया गया था। जिसकी बाद में मौत हो गई थी।
मृतक के पिता राम बचन ने दी गई तहरीर में कहा है कि बुधवार की दोपहर में उसका बेटा बिजली ठीक करने का कार्य कर रहा था। करीब तीन बजे नवाबगंज थाना के सिपाही मनोज, धर्मेंद्र और मिथिलेश ने फोन कर उसके बेटे को पूछताछ के लिए थाने पर बुलाया। इसके बाद बेटा घर आया। बेटे के साथ वह खुद थाने पर गया।
उसके सामने ही थानाध्यक्ष बेटे से पूछताछ करने के दौरान उग्र हो गए और उसकी पिटाई शुरू कर दी। उसने विरोध किया तो उसके बेटे को दूसरे कमरे में ले जाकर पूरी टीम के साथ बेरहमी से पिटाई की। उन लोगों ने उसके बेटे को मार डाला। इसके बाद फर्जी तरीके से बेटे को जिला अस्पताल ले गए। वहां चिकित्सक ने देव नरायन को मृत घोषित कर दिया।
सभी दोषियों पर होगी कार्रवाई : पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने कहा कि मृतक के पिता की तहरीर पर थानाध्यक्ष व अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस घटना में शामिल सभी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। थानाध्यक्ष व एसओजी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। मृतक के शरीर पर बाहरी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं।