धमाके के बाद गिरा व्यवसायी का घर
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संभल के गुन्नौर में हुए आतिशबाज के घर धमाकों ने हर किसी को दहला कर दिया। पहला धमाका इतना भयंकर था कि 500 मीटर तक की चट्टानें उड़ते हुए लोगों के घरों तक पहुंच गईं। ब्लिंकर पहुंचे मलबे से घायल हुए जसवंत के छह महीने के बेटे ओम की मौत हो गई। लोग घरों में रहने लगे या घरों में छिपने को मजबूर हो गए।
धमाके को लेकर किसी की भी समझ नहीं आई कि असली धमाका कहां हुआ है। लोग चिल्ला रहे थे और खुद को बचा रहे थे। कुछ मिनट बाद जानकारी मिली कि आतिशबाज के घर में विस्फोट हो रहे हैं। आतिशबाजी में आग लग गई है।
पहला धमाका सुबह 5.45 बजे हुआ। गुन्नौर कोतवाली की पुलिस 15 मिनट में पहुंच गई और करीब 300 घर खाली हो गई। साथ ही सभी से आग्रह किया गया कि सभी लोग अपनी रसोई से सिलेंडर निकाल दें।
लोगों ने अपने घरों से सिलेंडर निकालकर बाहर रख दिए। इस धमाके में साबिर के पड़ोसियों के मकान भी जख्मी हो गए हैं। नासिर अली ने बताया कि उन्होंने नया मकान लाख रुपये बनाया था। धमाके ने पूरे घर को नुकसान पहुंचाया है।