राजन कुमार सिन्हा

पटना, 18 जनवरी :: शीत लहर और कड़ाके की ठंड में बीमार लोग या वृद्ध लोग की मौत हो रही है। इस तरह की खबरें सोशल मीडिया, व्हाट्सएप एवम समाचार पत्रों में देखी जा रही है।

दैनिक समाचार पत्र मालंच नई सुबह, के सम्पादक नीरव समदर्शी ने सूचना दी कि उनके चाचा उमेश नारायण दास का निधन वृहस्पतिवार को हो गया है।।

स्व० दास बोकारो में एक सरकारी विद्यालय से सेवानिवृति होने के बाद पैतृक गाँव बहेड़ा से 22 किलोमीटर दूरी झंझारपुर में मकान बनाकर अपने दो पुत्रों के साथ रह रहे थे।

स्व० दास हिन्दी और मैथली के साहित्यकार एवं अनुग्रह नारायण कॉलेज के हिन्दी के पूर्व विभागाध्यक्ष स्वर्गीय रमेश नारायण दास के छोटे भाई थे। उनके सबसे छोटे भाई रांची हाईकोर्ट से डिप्टी रजिस्टार के पद से सेवानिवृति के बाद रांची हाईकोर्ट में एडवोकेट है।

स्व० दास अपने पीछे 3 पुत्र और एक पुत्री छोड़ गए है। उनका बड़ा लड़का सुधांशु शेखर झारखंड में सीबीआई का एडिसनल एसपी है। दूसरा लड़का हिमांशु शेखर और तीसरा लड़का देवांशु शेखर झंझारपुर में शिक्षक है।

वहीं, बंदे मातरम फाउंडेशन के संस्थापक सह अध्यक्ष सह भारतीय जनता पार्टी नेता राजन कुमार सिन्हा का आकस्मिक निधन वृहस्पतिवार को आशियाना नगर स्थित आवास पर हो गया है। उक्त जानकारी पटना के जानेमाने पत्रकार सुजीत गुप्ता ने दी।

उन्होंने बताया कि स्व० राजन कुमार सिन्हा विगत कुछ दिनों से शुगर की बीमारी से ग्रस्त थे और किडनी की प्रॉबलम भी शुरू हो गया था। विगत महीने डॉयलेशिश भी दिया गया था। वे अपनी 55 वर्ष के उम्र ही अपने परिवार, वंदे मातरम फाउंडेशन के सदस्यों एवम शुभचिंतकों तथा भारतीय जनता पार्टी के सहयोगियों को छोड़ कर चले गए।

स्व० राजन कुमार सिन्हा के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करने वालों की तांता लगा हुआ है। शोक व्यक्त करने वालों में भारतीय जनता पार्टी के डॉ० प्रभात चंद्रा, मोनिका सिन्हा, अनुराग समरूप, जितेन्द्र कुमार सिन्हा, जनता दल यूनाइटेड के रश्मि लता, वंदे मातरम फाउंडेशन के सुजीत गुप्ता, नीलू त्रिपाठी, राजेश सिन्हा, पुष्पा तिवारी, सूरज कुमार सिंह, चौथा स्तंभ श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार, वरिष्ठ पत्रकार रविन्द्र कुमार सिंह प्रमुख थे ।
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