पटना, सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये शिक्षक मो. नूरूल होदा को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान 2022 से सम्मानित किया है।
दीदीजी फाउंडेशन ने हाल ही में राजधानी पटना में डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान का आयोजन किया था, जिसमें अलग-अलग विधाओं में निपुण 51 शिक्षकों को सम्मानित किया गया था। श्री नूरूल होदा किन्ही कारणों से इस सम्मान समारोह में सम्मलित नहीं हो पाये थे। दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद ने राजधानी पटना के यूथ होस्टल सभागार में नूरूल होदा को सम्मानित किया। डा. नम्रता आनंद ने नुरूल होदा को मोमेंटो और सटिफिकेट देकर सम्मानित किया। श्री होदा ने यह सम्मान मिलने पर खुशी जाहिर की और दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद का शुक्रिया अदा किया है।
गौरतलब है कि रक्सौल के आदापुर प्रखंड स्थित प्राथमिक विद्यालय बस्तपुर में कार्यरत वरीय शिक्षक मो. नूरूल होदा शिक्षा की बेहतरी के लिये कार्य कर रहे हैं। उन्होंने अपने सरकारी विद्यालय को निजी विद्यालय से बेहतर बना दिया है। उनके विद्यालय से जिले के कई विद्यालय ने प्रेरणा ली है। उन्होने सोशल मीडिया पर शिक्षक दर्पण बनाया है, जिससे हजारो की संख्या में नवाचारी शिक्षक जुड़े हैं और अपने अनुभवों को साझा करते हैं। शिक्षक दर्पण सभी शिक्षकों को
कर्तव्य निष्ठा के प्रति जागृत करता है। उन्होंने अपने निजी कोष से अपने विद्यालय में पुस्तकालय बनाया और नित्य नये नवाचार एवं गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा को रोचक बना देने से विद्यालय में छात्रों की संख्या बढ़ी है और बहुत हद तक छिजन रोकने में सफलता मिली है। शिक्षक के रूप में उत्कृष्ट कार्य के लिए जिलाधिकारी सहित कई संस्थाओं द्वारा उन्हें सम्मानित किया जा चुका है।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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