आज पटना के डेनवैक्स सूर्य पैलेस पाटलिपुत्र रोड पटना में डॉक्टरों व मेडिकल क्षेत्र से जुड़े हुए लोगो का एक भव्य सेमिनार आयोजित की गई थी। सेमिनार में देश के नामचीन डॉक्टरों का जुटान हुआ। सेमिनार के मुख्य वक्ता विश्व प्रसिद्ध कैंसर इम्युनोथेरेपिष्ट जमाल ए खान थे। जमाल के खान ने अपने संबोधन में कहा – कैंसर से डरने को जरुरत नहीं है , कैंसर का समय पर इलाज करना जरुरी हैं। इसे मरीज के अपने रक्त से ही उसके लिए बनाया जाता है।, इसके बारे में समय पर हमें मालूम पड़ जाये तो इसका इलाज भी जैसे आम बीमारी का इलाज होता है उसी तरह ये संभव हैं।
हमें कैंसर से भयभीत होने की जरुरत नहीं हैं, हम इसका समय पर इलाज करवा कर सही डॉक्टर के पास पहुंच कर इलाज शुरू करवा दे। मुझे बड़ा दुःख होता है की कैंसर मरीजों के लाखो रुपए खर्च हो जाते है सिर्फ उनके टेस्ट पे और उनका समुचित इलाज भी नहीं हो पाता है मेरे पास ऐसे बहुत मरीज आते हैं तो मेरा यही कहना है अगर मरीज को मालूम पड़ जाये की आपको कैंसर हैं तो फ़ौरन अपना इलाज शुरू करवा दिया जाना चाहिए। इम्युनिथेरेपी के जरिये हमारे इलाज में पीड़ा नाम की कोई चीज ही नहीं है। इम्यूनोथेरेपी में कैंसर का सफल इलाज हैं।
इम्यूनोथेरेपी जो है मूल रूप से सेल्फ बेस्ड इम्यूनोथेरेपी है जिसे हम एक्टिव इम्यूनोथेरेपी बोलते हैं। जो जिस्म के अंदर व्हाइट सेल काम नहीं कर रहे हैं कैंसर को पहचानने का, उसे लैबोरेटरी में लेकर व्हाइट सेल को कल्चर करते हैं और उन्हें कैंसर से लड़ने वाले सेल बनाते हैं। जिनको dendrite cell बोलते हैं।
जो वापस जाकर बॉडी में कैंसर को ढुंढते हैं सेल को और अपने डॉटर सेल की सेल बेसिस पे क्लियर करते हैं, ये प्रोटोकाल है जो साइंटिफिक है जिसको नोबल प्राइज बहुत पहले मिल चुका है, और हमारे जो गुरु है जिनको हम मानते है इम्यूनोथेरेपी में वो कनाडा के नागरिक, अमेरिका में काम करते थे। उन्हें नोबल प्राइज मिला है इसी प्रोटोकाल की डिस्कवरी पर। लेकिन ये आम प्रचलित नहीं है क्यूँकि ये कस्टमाइज थेरेपी है। इसे मरीज के अपने रक्त से ही उसके लिए बनाया जाता है।
डॉ. जमाल ए खान एमबीबीएस, एमडी, विश्व प्रसिद्ध कैंसर इम्यूनोथेरेपी स्पेशलिस्ट ने आगे कहा हमने देश के सभी बड़े शहर मुंबई , अहमदाबाद , कोलकाता , हैदराबाद , चेन्नई ,अमृतसर,पटना ,रांची और लखनऊ के हज़ारों रोगियों का सफल इलाज किया है। दिल्ली में तो हमने कई विदेशी रोगियों का इलाज भी किया है। कैंसर जैसे गम्भीर बीमारी का इलाज आमतौर तौर पर काफी महंगा है और देश के माध्यम वर्ग खातिर असंभव है। इस थेरेपी के जरिये कैंसर का सफल इलाज संभव है।