📍 नई दिल्ली | 21 फरवरी 2025 – नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ के चलते हुई भगदड़ में 18 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई, जिससे रेलवे स्टेशनों पर पहुंच नियंत्रण और अनारक्षित टिकटों की अनियमित बिक्री पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
🔴 रेलवे अधिकारियों की बड़ी चिंता:
✅ स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के उपाय नाकाफी।
✅ अनारक्षित टिकटों की बिक्री से असहनीय भीड़ बढ़ रही है।
✅ बेघर लोग, भिखारी और असामाजिक तत्वों की मौजूदगी स्टेशनों को असुरक्षित बना रही है।
✅ प्लेटफार्मों पर सुरक्षा उपायों और प्रवेश नियंत्रण की सख्त जरूरत।
“हवाई अड्डे” जैसा रेलवे स्टेशन क्यों नहीं?
🚆 विशेषज्ञों का मानना है कि एयरपोर्ट की तरह ही एक्सेस कंट्रोल लागू किया जाए, जिससे प्लेटफार्मों पर अनियंत्रित भीड़ को रोका जा सके।
📌 प्रस्तावित समाधान:
🔹 अनारक्षित कोचों में यात्रियों की संख्या सीमित करने के लिए आरपीएफ को अधिक अधिकार दिए जाएं।
🔹 ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर आने से एक घंटे पहले ही यात्रियों को प्रवेश की अनुमति दी जाए।
🔹 आने और जाने वाले यात्रियों के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार बनाए जाएं।
🔹 भीड़ नियंत्रण के लिए वैकल्पिक ट्रेनों और शटल सेवाओं की घोषणा की जाए।
रेलवे अधिकारियों की सफाई
🚨 एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा –
🗣️ “स्टेशन बेघर लोगों, नशेड़ियों और भिखारियों की शरणगाह बन चुके हैं, जिससे असली यात्रियों को कठिनाई होती है। हम सुरक्षा में सुधार के लिए नियमित अभियान चलाते हैं, लेकिन ये एक बड़ा सामाजिक मुद्दा है।”
🚄 क्या अनारक्षित टिकटों पर लगेगी रोक?
🔹 रेलवे के अनुसार, अनारक्षित टिकट सिस्टम को बंद नहीं किया जा सकता क्योंकि इससे गरीब यात्रियों को नुकसान होगा।
🔹 लेकिन रेलवे यह सुनिश्चित करेगा कि भीड़ के हिसाब से ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाए और शटल सेवाएं चलाई जाएं ताकि भगदड़ जैसी घटनाओं से बचा जा सके।
⚠️ आपकी राय:
👉 क्या रेलवे को एयरपोर्ट जैसी सुरक्षा व्यवस्था अपनानी चाहिए?
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