पटना, सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन ने ओल्ड चंपारण मीट हाउस के संस्थापक गोपाल कुश्वाहा को किया सम्मानित किया है।
दीदीजी फाउंडेशन ने हाल ही में डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान का आयोजन किया था, जिसमें अलग-अलग विधाओं में निपुण 51 शिक्षकों को सम्मानित किया गया था। इसी क्रम में गोपाल कुश्वाहा को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान 2022 से सम्मानित किया गया है। दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद ने गोपाल कुश्वाहा को मोमेंटो,सटिफिकेट और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर दीदीजी फाउंडेशन के संरक्षक प्रेम कुमार और बसंत सिन्हा भी मौजूद थे।
दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद ने यहां बताया कि गोपाल कुश्वाहा को बतौर मेंटोर लोगों को रोजगार देने के लिये सम्मानित किया गया है। गोपाल कुश्वाहा ने यह सम्मान मिलने पर खुशी जाहिर की और दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद का शुक्रिया अदा किया है।
गोपाल कुश्वाहा ने बताया कि वह काफी लंबे अरसे से कैटरिंग के व्यवसाय से जुड़े हुये हैं। वर्ष 2013 में उन्हें पटना क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में
हांडी मटन बनाने का अवसर मिला। उन्होंने बताया कि उन्होंने घोड़ासाहन के कारीगरों से हांडी मटन बनवाया जिसे लोगों ने बेहद पसंद किया। इसके बाद वर्ष 2014 में उन्होंने राजधानी पटना में म्यूजियम के निकट ओल्ड चंपारण मीट हाउस खोला, जिसमें चार कारीगर काम करते हैं। उन्होंने बताया कि वह कई लोगों को ऑनलाइन और ऑफलाइन के माध्यम से हांडी मटन बनाने की ट्रेनिंग दे चुके हैं और उनसे सीखे हजारों लोग रोजगार कर रहे हैं।
राजमणि देवी और हरिहर प्रसाद के पुत्र गोपाल कुश्वाहा को क्रिकेट और फुटबॉल खेलने में काफी रूचि है और वह सामाजिक कार्यो में बढ़ चढकर हिस्सा लेते हैं।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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