बेंगलुरु सिटी पुलिस की केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) के एक इंस्पेक्टर को 5 अगस्त को शहर के बाहरी इलाके बिदादी के एक सुनसान जंगली इलाके में मृत पाया गया। उन्होंने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी।
मृतक थिम्मेगौड़ा सीसीबी की आर्थिक अपराध शाखा में कार्यरत थे। उन्हें एक महीने से भी कम समय पहले सीसीबी में नियुक्त किया गया था। इससे पहले वे रामनगर जिला पुलिस में तैनात थे।
शहर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि थिम्मेगौड़ा की छवि एक ‘अच्छे इंसान’ की थी, लेकिन वह संकोची और अपने तक ही सीमित रहने वाला व्यक्ति था। अधिकारी ने कहा, “उसकी मौत के बाद, पारिवारिक समस्याओं की खबरें हैं। केवल जांच से ही पता चलेगा कि उसने यह कदम क्यों उठाया।”
सुबह राहगीरों ने बिदादी के जंगल में शव देखा। रामनगर जिले के पुलिस अधीक्षक कार्तिक रेड्डी मौके पर पहुंचे। यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि आखिर उसने यह कदम क्यों उठाया।
एक सप्ताह में पुलिस बल में दूसरी मौत
सीसीबी इंस्पेक्टर ने आत्महत्या की घटना यादगीर जिले के सब-इंस्पेक्टर परशुराम की रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए जाने के तीन दिन बाद की है। उनकी पत्नी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए यादगीर पुलिस ने स्थानीय कांग्रेस विधायक चेन्नारेड्डी पाटिल टुन्नूर और उनके बेटे पंपना गौड़ा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
पत्नी ने विधायक और उनके बेटे पर मृतक का तबादला निरस्त करने के लिए 30 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया है।
मामला सीआईडी को सौंप दिया गया है।