अबू-धाबी के अजीत झा बने विश्व कीर्तिमान के सहभागी, होंगे “काव्य रत्न” से सम्मानित
बिहार के तरौनी ग्राम के साहित्यकार अजीत झा को अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन संस्था द्वारा “काव्य रत्न” सम्मान से अलंकृत किया जाएगा|
गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड प्राप्त ‘भारत के भारत रत्न’ काव्यग्रंथ के सहभागी रचनाकार के रूप में सम्मलित बिहार के तरौनी ग्राम के साहित्यकार अजीत झा को अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन संस्था द्वारा “काव्य रत्न” सम्मान से अलंकृत किया जाएगा|
हिंदी भवन, दिल्ली में आगामी 15 मई को अंतरराष्ट्रीय काव्य संग्रह ‘भारत के भारत रत्न’ का भव्य लोकार्पण समारोह होने जा रहा है , जिसमें देश विदेश के 150 से अधिक साहित्यकार सम्मलित होंगें।
अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन द्वारा आयोजित इस समारोह में देश के लब्ध प्रतिष्ठित विद्वानों के द्वारा काव्य ग्रन्थ का लोकार्पण किया जायेगा। इस अवसर पर ग्रन्थ के सहभागी रचनाकार के रूप में इन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया जाएगा| | इससे पेहले इन्हें काव्यकुल संस्थान के अमेरिकी इकाई द्वारा “राज भाषा” सम्मान, साहित्य सेतु परिषद के द्वारा “काव्य श्री”, “सहित्य ग़ौरव” सम्मान और विश्व हिंदी अकादमी के द्वारा विश्व हिंदी सेवा सम्मान – २०२१ जैसे सम्मानों से भी सम्मानित किया जा चूका है |
भारत रत्न महोत्सव को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है जिसमें देश-विदेश के चयनित 215 कवियों की रचनाओं को स्थान दिया गया है। इस ग्रन्थ में सम्पादन एवं संकलन की भूमिका अंतरराष्ट्रीय शब्द सृजन के अध्यक्ष डॉ राजीव कुमार पाण्डेय एवं महासचिव ओंकार त्रिपाठी ने निभाई है।
निकष प्रकाशन दिल्ली द्वारा ऐतिहासिक महत्व के इस ग्रन्थ को प्रकाशित किया गया है।हिंदी साहित्य के इतिहास में पहली बार भारत रत्न प्राप्त विभूतियों को एक स्थान पर काव्य ग्रंथ के रूप में समेकित कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया गया है |