📅 जयपुर | 21 फरवरी 2025 – राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी को लेकर भारी हंगामा हुआ, जिसके चलते कांग्रेस के 6 विधायकों को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया।
📌 क्या है मामला?
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के एक विधायक को जवाब देते हुए इंदिरा गांधी को “आपकी दादी” कहकर संबोधित किया। इस टिप्पणी से कांग्रेस भड़क गई और सदन में जोरदार विरोध हुआ।
📢 विपक्ष का आक्रोश:
कांग्रेस विधायकों ने इसे अशोभनीय भाषा करार देते हुए माफी की मांग की और सदन के वेल में नारेबाजी करने लगे। विपक्षी नेता टीका राम जूली के नेतृत्व में सदन में जोरदार हंगामा हुआ।
⚖️ विधायकों का निलंबन:
सरकार के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने “अशोभनीय और निंदनीय आचरण” का आरोप लगाते हुए 6 विधायकों के निलंबन का प्रस्ताव रखा, जिसे वॉयस वोट से पारित कर दिया गया।
🚨 निलंबित विधायकों की सूची:
1️⃣ गोविंद सिंह डोटासरा (राज्य कांग्रेस अध्यक्ष)
2️⃣ रामकेश मीना
3️⃣ अमीन कगजी
4️⃣ ज़ाकिर हुसैन गेसावत
5️⃣ हकीम अली खान
6️⃣ संजय कुमार
राजनीतिक प्रतिक्रिया:
🔴 कांग्रेस का आरोप:
➡️ गोविंद सिंह डोटासरा: “यह भाजपा की रणनीति थी, ताकि असली मुद्दों से ध्यान हटाया जा सके। मंत्री ने जानबूझकर आपत्तिजनक बयान दिया, ताकि सदन में माहौल बिगड़े।”
➡️ अशोक गहलोत: “यह स्पष्ट रूप से भाजपा की विपक्ष को चुप कराने की साजिश है। जैसे लोकसभा और राज्यसभा में सांसदों को निलंबित किया जा रहा है, वैसा ही अब राजस्थान विधानसभा में हो रहा है।“
🟢 भाजपा का बचाव:
➡️ जोगाराम पटेल (संसदीय कार्य मंत्री): “कांग्रेस के विधायक स्पीकर पर हमला करने की स्थिति में थे, इसलिए उन्हें निलंबित करना जरूरी था।”
बड़ा सवाल: विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश या हंगामा करने की सजा?
🏛️ क्या कांग्रेस को जानबूझकर निशाना बनाया गया?
🏛️ क्या भाजपा का इरादा असली मुद्दों से ध्यान भटकाना था?
🏛️ या फिर कांग्रेस ने सदन की कार्यवाही को बाधित किया?
🗣 आपकी राय? – क्या निलंबन सही था या यह विपक्ष को दबाने की कोशिश? कमेंट में बताएं! ⬇️