अभिनेत्री आयशा एस ऐमान और बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के बीच हुई हालिया बैठक ने राज्य की सिनेमा उद्योग में नई ऊर्जा का संचार किया है। पटना में आयोजित इस बैठक में दोनों ने बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को उभारने, स्थानीय सिनेमा को बढ़ावा देने और फिल्म उद्योग में रोजगार के अवसर सृजन करने पर विस्तृत चर्चा की।
आयशा एस ऐमान ने इस अवसर पर सरकार द्वारा प्रदान किए जा रहे सब्सिडी की सराहना की। उन्होंने कहा, “बिहार की मिट्टी में अनगिनत कहानियाँ और परंपराएँ छिपी हैं, जिन्हें सिनेमा के माध्यम से उजागर किया जा सकता है। सरकार की इस पहल से न केवल फिल्म उद्योग के पेशेवरों को यहाँ आने का प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि यह हमारे राज्य की सांस्कृतिक विरासत को भी विश्व मंच पर लाने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा।”
मंत्री महेश्वर हजारी ने बताया कि सरकार ने आधुनिक फिल्म स्टूडियोज, मेंटरशिप प्रोग्राम्स, और वित्तीय सहायता जैसी पहलें शुरू की हैं ताकि बिहार के फिल्मकारों को अपना हुनर निखारने का अवसर मिल सके। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है जहाँ स्थानीय प्रतिभा को सही प्लेटफॉर्म मिले और सब्सिडी जैसी सुविधाएँ उनके प्रोजेक्ट्स को साकार करने में मदद करें।”
बैठक में दोनों ने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकारी समर्थन और कला की मधुर अभिव्यक्ति मिलकर बिहार में सिनेमा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। आयशा एस ऐमान की सरकार की प्रयासों की सराहना इस बात का प्रमाण है कि बिहार का फिल्मी परिदृश्य अब नए अवसरों और रोजगार के द्वार खोलने के लिए तैयार है।
बैठक के समापन पर एक सकारात्मक संदेश मिला, जिसमें उम्मीद जताई गई कि इन पहलों से राज्य में न केवल स्थापित फिल्मकारों को बल मिलेगा, बल्कि नवोदित प्रतिभाओं को भी अपना रास्ता बनाने में मदद मिलेगी, जिससे बिहार की सांस्कृतिक विरासत और सिनेमा दोनों का विकास सुनिश्चित हो सकेगा।