सोच इक शुरुआत है बदलाव की
बात गलत होती नही बदलाव की
सबकुछ होता नही है इक रात में
करता है हर कोई बात बदलाव की
कुछ अच्छे बुरे दौर से गुजरा तब
बात मुक्कमल हुई बदलाव की
कुछ वक्त ,उम्र, परिस्थितियां मिले
तब होती है सरुआत बदलाव की
कुछ को फल कुछ को मिले कांटे
जरूरी नही हर पल बात बदलाव की
सोच इक सरुअत है बदलाव की
बात गलत होती नही बदलाव की