कला संस्कृति एवं युवा विभाग तथा बिहार संगीत नाटक अकादमी पटना के संयुक्त तत्वाधान में प्रेमचंद रंगशाला पटना में बिहार दिवस के अवसर पर पांच दिवसीय महिला नाट्य उत्सव 2025 के द्वितीय दिन आज कोलकाता, पश्चिम बंगाल की नाट्य संस्थान लिटिल थेस्पियन के द्वारा चाक नाटक का मंचन किया गया।
अभिनेता एवं निर्देशक एस.एम.अजहर आलम द्वारा लिखित इस नाटक में 1971 में पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तान के विभाजन के दौरान भारतीय मुसलमान के संघर्षों और विभिन्न चुनौतियों को दर्शाया गया है यह नाटक ऐसे मुस्लिम परिवार की गाथा है जहां एक ओर पिता ग़फ्फुर खान पारिवारिक संपत्ति के लिए अदालतीं मुकदमों में उलझा हुआ है दूसरी ओर मां जोहरा , बड़ा बेटा मस्जिद , छोटा बेटा अरशद और बेटी रजिया झूलझुलाहट दुख और चिंता से घिरे हुए हैं जिनके ख्वाब हालातो का शिकार हो बिखर गए हैं।
नाटक का निर्देशन उमा झुनझुनवाला के द्वारा किया गया है जो प्रमुख पात्र जोहरा की भूमिका में नजर आई। नाटक की कहानी एवं कलाकारों का अभिनय देख कर दर्शक भाव विभोर हो गए एवं तालिया की गड़गड़ाहट से अपनी उत्सुकता जाहिर की। मंच पर जोहरा- उमा झुनझुनवाला , गफ्फुर खान -सागर सेन गुप्ता, रजिया – नव्या शंकर, मजीद- इंतखाब वारसी, अरशद- मोहम्मद आसिफ अंसारी, बबलू एवं अन्य लड़का दानिश वारिस खान, बिल्डर एकारशी चौधरी । मंच संचालन श्रीमती श्वेता सुरभि के द्वारा किया गया।
साथ ही प्रेमचंद रंगशाला के बाह्य परिसर में माध्यम फाउंडेशन संस्थान के द्वारा ख़ुच्चर नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। कार्यक्रम में बिहार संगीत नाटक अकादमी के सचिव श्री अनिल कुमार सिन्हा, सहायक सचिव सुश्री कीर्ति आलोक , वरिष्ठ रंगकर्मी एवं अन्य प्रबुद्ध कलाकारगण उपस्थित थे।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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