Category: साहित्य

साहित्य जगत से कविता, शेर, सायरी, गजल, और अन्य

पटना पुस्तक मेला आयोजन समिति द्वारा सम्मान पाना, मेरे लिए गौरव की बात है : राजेश राजा

पटना, 10 दिसंबर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में सेंटर फॉर रीडरशिप डेवेलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित पटना पुस्तक मेला –…

कवि सम्मेलन में देर रात तक बहती रही भाव सरिता

दरभंगा: मिथिला विभूति पर्व समारोह के दूसरे दिन आयोजित भव्य मैथिली कवि सम्मेलन में देर रात तक श्रोता भाव सरिता…

मिथिला विभूति पर्व समारोह में मिथिलाक गाम विषयक विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित

दरभंगा: मिथिला विभूति पर्व समारोह के दूसरे दिन आज मिथिलाक गाम विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। विद्यापति सेवा…

सिद्धार्थ की सारंगी उपन्यास का हुआ लोकार्पण

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 19 अक्टूबर :: बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का 43वां हिन्दी महाधिवेशन और 106वां स्थापना दिवस समारोह…

भगवान “राम” द्वारा शक्ति जागरण

लेखक: अवधेश झा “शक्ति” परब्रह्म परमात्मा का ही अनंत स्त्रोत का क्रिया भाव है। इसलिए, शक्ति के माध्यम से ही…

दिनकर के लिए राष्ट्रहित था सर्वोपरी, उनकी रचनाएं आज भी प्रासंगिक- विजय कुमार सिन्हा

– राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती के अवसर रश्मिरथी का हुआ नाट्य मंचन पटना 23 नवम्बर 2024 आज प्रेमचंद…

आर्म्ड डी सूजा साहित्यिक यायावर सम्मान से नवाजे गए प्रदीप कुमार

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 16 सितम्बर :: हिन्दी दिवस के अवसर पर पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी, शिलांग द्वारा लेखक मिलन शिविर…

भारत के सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के बीच सम्पर्क भाषा बने हिन्दी : मोहन कुमार

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 14 सितम्बर। :: भारत के सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के बीच सम्पर्क भाषा बने…

गोवा में 18वां लेखक मिलन शिविर का आयोजन

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 14 सितम्बर :: हिन्दी दिवस के अवसर पर पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी, शिलांग द्वारा लेखक मिलन शिविर…

“सनातन” हम सभी में सत्य प्रतिष्ठित “धर्माचरण” के रूप में विद्यमान है

लेखक : अवधेश झा सनातन ब्रह्म है। सनातन कालातीत है और सत्य ही सनातन है तथा आत्मा की तरह नित्य…

भगवान कृष्ण स्वयं कहते हैं – समस्त वृक्षों में मैं पीपल का वृक्ष हूं

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 26 अगस्त, 2024 :: भारतीय संस्कृति में पीपल देववृक्ष है, इसके सात्विक प्रभाव के स्पर्श से…

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाया जाएगा

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 22 अगस्त :: भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण, बुधवार, रोहिणी नक्षत्र, निशिथ काल मध्‍य रात्रि…

प्रशस्ति पत्र से सम्मानित हुए कवि सह वरिष्ठ पत्रकार निशिकांत राय

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 21 अगस्त :: 78वें स्वतंत्रता दिवस पर मैन ऑफ टाइम- विश्व सुरक्षा अभियान..अंतर्राष्ट्रीय सदभावना मंच के…

रामेश्वरम् के धनुषकोडी में भारतीय महासागर के गहरे और उथले पानी को बंगाल की खाड़ी के छिछले और शांत पानी से मिलते देखा जा सकता है

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 08 अगस्त, 2024 :: पुराणों में द्वादश ज्योतिर्लिंगों का वर्णन किया गया है। मान्यता है कि…

“शिव और कृष्ण” तत्वदर्शी थे महाकवि विद्यापति : अवधेश झा

जिस तरह से आत्मज्ञानी का आत्मा ही संसार है, उसी तरह से प्रत्येक व्यक्ति का अपना संसार है और कवि…

साहित्य संगीत एवं नाट्य समागम में साहित्यकारों और कलाकारों ने दी अपनी प्रस्तुति

पटना। कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के तत्वॉवधान में साहित्यिक संस्था सामयिक परिवेश द्वारा आयोजित तीन दिवसीय साहित्य,…

शुरु हुुआ तीन दिवसीय साहित्य संगीत एवं नाट्य समागम

पटना। कला संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार के तत्वॉवधान में साहित्यिक संस्था सामयिक परिवेश द्वारा आयोजित तीन दिवसीय साहित्य,…

पूंजीवादी व्यवस्था में उत्पन्न होने वाले खतरों को डॉ हेडगेवार ने पहिचान लिया था

आज पूरे विश्व में पूंजीवाद की तूती बोल रही है। लगभग समस्त देश अपनी अर्थव्यवस्थाओं को पूंजीवाद के सिद्धांत के…

आधुनिकता के नाम पर ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे पारिवारिक सिद्धांत तार-तार और खंडित हो जाय

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 02 जून, 2024 :: किसी भी परिवार के तीन सदस्य परिवार व्यवस्था के लिए एक दूसरे…

शिवाजी महाराज के शासनकाल की आर्थिक नीतियां

इतिहास के किसी भी खंडकाल में भारतीय सनातन संस्कृति का अनुपालन करते हुए किए गए समस्त प्रकार के कार्यों में…

बुज़ुर्गों की इज्जत कम होने पर लोग दामन में दुआएं कम और दवाएं ज्यादा भरने लगते हैं – यह घटना सुखद है या दुखद

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 18 अप्रैल, 2024 :: मेरे बड़े भाई साहब बी के सिन्हा ने एक सच्ची घटना को…

डा. हेडगेवार की दूरदृष्टि अतुलनीय थी

9 अप्रेल 2024 वर्षप्रतिपदा पर विशेष भारत का प्राचीन इतिहास अति वैभवशाली रहा है। पूरे वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का…

भारत में वर्षप्रतिपदा हिंदू कालगणना के वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर मनाई जाती है

भारत में हिंदू सनातन संस्कृति के अनुसार नए वर्ष का प्रारम्भ वर्षप्रतिपदा के दिन होता है। वर्षप्रतिपदा की तिथि निर्धारित…

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