आजकल हम किसी सरकारी योजना या सरकार द्वारा दी गई भीख या सेवा पर ऊँगली नही उठाते जिसके लिए हम स्वयम पैसा सीधे तौर पर नहीं दे रहे हो।

सरकार लुट के लिए ही है. अगर नही तो पार्टी फण्ड सार्वजनिक करे, आगन बाड़ी में लुट हो रहा है होने दो ! ऊपर वाले टेंडर पास करने में खा रहे हैं, तो निचला अधिकारी मुह थोड़े न ताकेगा ! पुल गिर गया, गड्ढे में सडक चली गई, नाला ऊपर या हम नाले में, सडक पर गड्ढे या गड्ढे में सडक, कोई फर्क नही पड़ता सह लेंगे थोडा जब चोरो को निजाम बना सकते हैं फिर गड्ढे से डरना चाहिए क्या ?

आपका बही खाता चाहिए उनको आपके अकाउंट में गड़बड़ी हुई नही की आ गये ed सीबीआई और इनकम टैक्स और अगर निजाम के अकाउंट में गडबडी हुई, तो कोई नही आएगा क्योंकि गोपनीयता है ना जी !

गोपनीयता के नाम पर कैसे सत्ताधारी दल के नेता बड़े बड़े #psu के डायरेक्टर बन जाते हैं ! हर ठेके में सत्ताधारी दल का एक हिस्सा ! अगर नही है तो बही दिखाए न सरकार ! खाली हमारा हिसाब चाहिए Narendra Modi जी को जड़ा Bharatiya Janata Party (BJP) का अकाउंट का बही दिखाइये तो सही साहेब।

आपके पर्सनल अकाउंट में तो एक धेला भी नही होगा ! मगर सब मिलकर लूटिये किसी ने सच ही कहा है एकता में बल है ! है ना जी ! Rahul Gandhi जी ने कब मांग की सरकार से की राजनितिक पार्टीयो का चंदा सार्वजनिक हो!

एक दम इन्टरनेट पर पास बुक होना चाहिए चाहे आज रजिस्टर किये राजनितिक पार्टी या कल, नियम में हम कोई बदलाव नही चाहते बस थोड़ी पारदर्शिता चाहते है जैसे मोदी जी चाहते है.

साहेब हमको लूटो लेकिन कम से कम पता तो चले की कैसे लुटा गया कौन कितना लुट रहा है ! आप कहेंगे इससे गोपनीयता भंग होगी तो जी नही साहेब इससे पारदर्शिता आएगी. आखिर गौतम अदानी या अम्बानी किस और से बैटिंग कर रहे हैं कुछ पता तो चले अगर इतने बड़े बड़े आदमी आपका समर्थन कर रहे हैं तब तो हमको भी करना चाहिए !

आखिर सरकार किस लिए है ? बंदर बाँट के लिए ! या सेवा के लिए ! हम समझना चाहते हैं कोई समझा दे बाद बांकी सबकुछ राधे राधे है
#shubhendukecomments

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