सोशल मीडिया साइट फेसबुक को चलाने वाली Meta की यूनिट वॉट्सऐप ने अगस्त में 23.28 लाख एकाउंट्स पर बैन लगाया था। वॉट्सऐप ने सितंबर के महीने के लिए अपनी यूजर सेफ्टी रिपोर्ट में बताया, “1 से 30 सितंबर के बीच लगभग 26,85,000 वॉट्सऐप एकाउंट्स को बैन किया गया है। इनमें से लगभग 8,72,000 एकाउंट्स को यूजर्स से कोई रिपोर्ट मिलने से पहले ही बैन किया गया है।”
पिछले वर्ष लागू हुए कड़े IT रूल्स में बड़े डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए प्रत्येक महीने कम्प्लायंस रिपोर्ट को पब्लिश करना अनिवार्य बनाया गया है। वॉट्सऐप की रिपोर्ट में बताया गया है कि सितंबर में उसे 666 शिकायतें मिली थी और इनमें से केवल 12 के खिलाफ कार्रवाई की गई है। ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंधित और गलत जानकारी वाले कंटेंट को रोकने के लिए कानूनी तौर पर जवाबदेह बनाने के लिए केंद्र सरकार IT रूल्स में संशोधन कर रही है। सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देश में ऑपरेट कर रहे इन प्लेटफॉर्म्स को देश के कानूनों का पालन करने के साथ ही यूजर्स के संवैधानिक अधिकारियों का ध्यान रखना होगा।
नए रूल्स में अपीलेट कमिटी बनाने का प्रावधान है, जो कंटेंट हटाने या ब्लॉक करने से जुड़े निवेदनों पर बड़ी टेक कंपनियों के फैसलों को रद्द कर सकती है। सोशल मीडिया कंपनियों पर कंटेंट को लेकर लापरवाही बरतने या शिकायतों का जल्द समाधान नहीं करने के आरोप लगते रहे हैं। IT स्टेट मिनिस्टर Rajeev Chandrasekhar ने बताया कि IT रूल्स में बदलाव से सोशल मीडिया कंपनियों पर कंटेंट को लेकर शिकायतों का जल्द निपटारा हो सकेगा। उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायतों को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लापरवाही वाले रवैये के कारण इन रूल्स में बदलाव करना जरूरी था। उनका कहना था कि ऐसे रवैये को स्वीकार नहीं किया जा सकता। बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनियों में शामिल Tesla के CEO, Elon Musk ने पिछले सप्ताह ट्विटर को लगभग 44 अरब डॉलर में खरीदने की डील पूरी की थी। इससे मस्क दुनिया भर में बड़ा असर रखने वाले सोशल मीडिया ऐप्स में से एक के मालिक बन गए हैं।
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