उन्होंने कहा, “टैरिफ में बढ़ोतरी सभी प्लान के लिए की जाएगी।” मित्तल का कहना था कि कंपनी ने काफी इनवेस्टमेंट किया है और बैलेंस शीट को मजबूत बनाया है लेकिन इस पर रिटर्न काफी कम है। कमजोर तबके के लोगों पर टैरिफ में बढ़ोतरी के असर के बारे में पूछने पर, मित्तल का कहना था कि लोगों के अन्य चीजों पर खर्च की तुलना में यह बढ़ोतरी कम है। उन्होंने कहा, “वेतन बढ़ गए हैं और रेंट में भी बढ़ोतरी हुई है। इसे लेकर कोई शिकायत नहीं कर रहा। लोग डेटा के 30 GB का इस्तेमाल लगभग बिना किसी भुगतान के कर रहे हैं। हमें देश में एक मजबूत टेलीकॉम कंपनी की जरूरत है।”
भारती एयरटेल का शॉर्ट-टर्म में एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) का टारगेट 200 रुपये है। इसके साथ ही मीडियम से लॉन्ग-टर्म में कंपनी इसे बढ़ाकर 300 रुपये तक करना चाहती है। पिछले महीने टेलीकॉम रेगुलेटर TRAI के अधिकारियों ने Reliance Jio, Bharti Airtel और Vodafone Idea के सीनियर एग्जिक्यूटिव्स के साथ मीटिंग में सर्विस की क्वालिटी में समस्याओं, 5G सर्विस के लिए नॉर्म्स और स्पैम कॉल्स और मैसेज के मुद्दे की समीक्षा की थी। टेलीकॉम कंपनियों को बताया गया है कि सर्विस की क्वालिटी के मापदंडों के लिए कड़े नॉर्म्स बनाए जा रहे हैं। इन कंपनियों को सर्विस की क्वालिटी में सुधार करने के TRAI के निर्देश से मोबाइल सब्सक्राइबर्स को राहत मिल सकती है, जो कॉल ड्रॉप और नेटवर्क में कमियों की वजह से परेशान हैं।
इन कंपनियों को मौजूदा सिस्टम के तहत 5G कॉल के डेटा की रिपोर्ट देनी होंगी। नेक्स्ट जेनरेशन सर्विसेज के लिए अलग क्वालिटी ऑफ सर्विस (QoS) इंडिकेटर्स लाए जाएंगे। अनचाही या स्पैम कॉल्स एक बड़ी समस्या है। हाल ही में एक सर्वे में बताया गया था कि 92 प्रतिशत सब्सक्राइबर्स को ‘डु नॉट डिस्टर्ब’ लिस्ट में होने के बावजूद प्रति दिन कम से कम एक स्पैम कॉल मिलती है।
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