एक मीडिया रिपोर्ट में इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के हवाले से बताया गया है कि अप्रैल और मई में स्मार्टफोन्स का एक्सपोर्ट दोगुने से अधिक बढ़कर 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का था। एपल के कंपोनेंट्स की मैन्युफैक्चरिंग में भारत की हिस्सेदारी लगभग सात प्रतिशत की है। कंपनी ने देश में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की तैयारी की है। केंद्र सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम से भी स्मार्टफोन्स का प्रोडक्शन बढ़ा है। भारत से बहुत से देशों को स्मार्टफोन्स का एक्सपोर्ट किया जाता है। एपल सहित कुछ स्मार्टफोन कंपनियों ने चीन से अपने प्रोडक्शन के कुछ हिस्से को भारत में शिफ्ट करने की योजना बनाई है।
हाल ही में एपल ने भारत में अपने शुरुआती स्टोर्स का उद्धाटन किया था। ये स्टोर्स अप्रैल में मुंबई के BKC और दिल्ली के साकेत में खोले गए थे। इन स्टोर्स की शुरुआत के कुछ सप्ताह बाद ही ये सेल्स के लिहाज से देश के बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेल स्टोर्स में शामिल हो गए हैं। भारत से मोबाइल फोन का एक्सपोर्ट पिछले फाइनेंशियल ईयर में बढ़कर 11.12 अरब डॉलर (लगभग 90,000 करोड़ रुपये) पर पहुंच गया था। इस एक्सपोर्ट में Apple की हिस्सेदारी लगभग आधी थी। इससे पिछले फाइनेंशियल ईयर में मोबाइल फोन का एक्सपोर्ट लगभग 45,000 करोड़ रुपये का था। एपल के लिए भारत एक महत्वपूर्ण मार्केट है। देश में कंपनी की सेल्स उच्च स्तर पर पहुंच गई है। कंपनी की योजना देश में iPad और AirPod की असेंबलिंग भी शुरू करने की है। दुनिया के इस दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्केट में एपल ने अपना पहला ऑनलाइन स्टोर लगभग तीन वर्ष पहले शुरू किया था।
देश में कंपनी एक्सक्लूसिव एपल प्रीमियम रिसेलर स्टार्स, रिलायंस डिजिटल और क्रोमा जैसी लार्ज फॉर्मेट रिटेल चेन्स, मल्टी-ब्रांड रिटेल स्टोर्स और ई-कॉमर्स साइट्स के जरिए अपने प्रोडक्ट्स की बिक्री करती है। एपल ने 2017 में भारत में आईफोन बनाने की शुरुआत की थी। कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर Tim Cook ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मीटिंग की थी।
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