20 वर्ष की भारतीय छात्रा ने जीता Apple का कोडिंग चैलेंज, आंखों के मरीजों के लिए बनाया ऐप

इंदौर की 20 वर्षिय युवा अस्मी जैन ने Apple के WWDC23 स्विफ्ट स्टूडेंट चैलेंज को जीता है। टेक दिग्गज हर साल कुछ चुनिंदा लोगों को इस चैलेंज के विजेता के रूप में चुनता है और इस साल तीन विजेताओं में से एक भारत की अस्मी जैन है, जिन्होंने स्विफ्ट कोडिंग भाषा का उपयोग करके मूल ऐप बनाए। इंदौर में मेडी-कैप्स यूनिवर्सिटी की छात्रा जैन ने एक ऐसा ऐप डेवलप किया है, जो स्क्रीन के चारों ओर घूमने वाली गेंद का पीछा करने वाले यूजर की आंखों की एक्टिविटी को ट्रैक करने का काम करता है।

Apple ने मंगलवार को विजेताओं की घोषणा करते हुए जानकारी दी कि भारत में इंदौर शहर की अस्मी जैन कंपनी के WWDC23 Swift Student Challenge की विजेता है। बता दें कि अस्मी के दोस्त दोस्त के अंकल को ब्रेन सर्जरी करानी थी, जिसकी वजह से उनकी आंख की पुतली ने जगह बदल दी थी और चेहरे में पेरेलाइज हो गया था। इसी घटना ने अस्मी को ऐप बनाने की प्रेरणा दी।

अस्मी के ऐप में स्क्रीन के चारों ओर एक गेंद घूमती है, जिसे लगातार देखना होता है। ऐप फिर यूजर की आंखों की एक्टिविटी को ट्रैक करता है। इसका उद्देश्य आंखों की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करना है। जैन को उम्मीद है कि इस ऐप इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की आंखों की स्थिति और चोटों से जूझ रहे लोग कर सकते हैं।

ऐप्पल की रिलीज के अनुसार, जैन ने इसपर कहा, (अनुवादित) “मेरे लिए एक ऐप प्लेग्राउंड बनाना महत्वपूर्ण था जो उनके जैसे लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाल सके।” उन्होंने आगे जोड़ा, “मेरा अगला लक्ष्य फीडबैक प्राप्त करना है और यह सुनिश्चित करना है कि यह प्रभावी और उपयोगकर्ता के अनुकूल है, और फिर इसे ऐप स्टोर पर जारी करेंगे।” 

20 वर्षीय छात्रा का कहना है कि कोडिंग के लिए उनकी प्रेरणा स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में समस्याओं को हल करने के विचार से आती है। यह सब कई वर्षों पहले शुरू हुआ जब उसने अपने आसपास के लोगों की मदद करने की सोची।

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