पटना 13 सितम्बर 2024
आज कला संस्कृति एवं युवा विभाग एवं भारतीय नृत्य कला मंदिर मंदिर के द्वारा बहुउद्देशीय परिसर मे शुक्र-गुलजार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विभाग के सचिव श्री दयानिधान पाण्डेय , निदेशक सांस्कृतिक कार्य, श्रीमती रूबी, नृत्यांगना अनुराधा कुमारी एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति मे दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

आज के कार्यक्रम के शुरुआत में नृत्य की शुरूआत भजन “श्री राम चन्द्र कृपालु” से हुई उसके उपरांत पारम्परिक कथक नृत्य, फिर मध्य लय में कुछ टुकड़े, पटन, तोड़े, फिर द्रुत लय में फरमाईशी चक्रदार, गत निकास, फिर ठुमरी “काहे रोकत डगर प्यारे नंद लाल मेरो” अंत में सवाल-जवाब से नृत्य की समाप्ति की गई। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सोमा चक्रवर्त्ती ने किया । कार्यक्रम में बोल पढ़न्त में गुरू श्री कुमार कृष्ण किशोर, पखावज पर श्री संगीत पाठक गायन में श्री विनोद पाठ्क एवं तबला पर श्री शान्तनु रॉय ने संगत किया। कार्यक्रम में बिहार के संगीत प्रेमियों के साथ लगभग 100 लोग उपस्थित रहे । कार्यक्रम के दौरान सभी कलाकारों को सम्मानित किया गया।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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