पटना. बीपीएससी ने 68 वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। परीक्षा में कुल 322 उम्मीदवार सफल हुए हैं। BPSC द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक,इस परीक्षा में पटना की प्रियांगी मेहता ने टॉप किया है, जिसे राजस्व अधिकारी का पद मिला है। वहीं मेरिट लिस्ट में अनुभव दूसरे, प्रेरणा सिंह तीसरे और अंजली जोशी चौथे स्थान पर रहीं।
वहीं दूसरी तरफ, सीतामढ़ी जिले के दादनचक निवासी और बिहार विधानसभा में असिस्टेंट के पद पर कार्यरत भगवान प्रसाद एवं पूनम कुमारी की पुत्री श्वेता सुमन ने बिहार लोक सेवा आयोग की 68 वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में परचम लहराया है। श्वेता ने पहले प्रयास में ही 158 रैंक प्राप्त कर अपने जिला सीतामढ़ी को मान बढ़ाया । श्वेता सुमन को सहायक आपदा प्रबंधक पदाधिकारी का पद प्राप्त हुआ हैं ।
श्वेता के इस सफलता से परिवार में हर्ष उल्लास है। वहीं दूसरी तरफ श्वेता को बधाई देने वालों का ताता लगा हुआ है. श्वेता बचपन से मेधावी रही है और बचपन से ही उनका लक्ष्य प्रशासनिक सेवा में जाकर देश और राज्य की सेवा करना था.उन्होंने बताया कि सफर काफी लंबा था। स्कूल के दिनों से ही मैं पढ़ाई को लेकर काफी सीरियस थी और शुरू से ही दिमाग में था कि सिविल सर्विसेज में जाना है। कक्षा 10 वीं से ही मैं सिविल सर्विसेज की प्रतियोगी परीक्षा के बारे में पढ़ा करती थी। ये मेरा पहला पहला प्रयास था, जिसमें मैंने सफलता हासिल की।
जब श्वेता से उसकी सफलता का राज पूछा गया तब उन्होंने कहा कि निश्चित लक्ष्य निर्धारित कर लगन के साथ तैयारी करेंगे तो सफलता निश्चित मिलेगी।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद