पटना/राँची 22 फ़रवरी ,झारखंड प्रदेश ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस की कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए सेल सिटी राँची में ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि तीन वर्षों की अल्पावधि में जीकेसी ने विश्व के दो दर्जन देशों ,भारत के बाईस राज्यों एवं देश के 400 ज़िलों में अपनी इकाइयाँ गठित की हैं।विश्व कायस्थ महासम्मेलन,100 से अधिक स्थानों पर शंखनाद यात्रायें,व्याख्यान माला,महादेवी वर्मा अवार्ड समारोह प्रत्येक वर्ष आयोजित हुए हैं।
श्री प्रसाद ने कहा कि विरासत एवं स्वर्णिम इतिहास को बचाना एवं इक्कीसवी सदी की चुनौतियों को अवसर में बदलना हमारा संकल्प है।
वहीं एमएसएमई,स्टार्टअप,एवं व्यवसाय को अपना कर हम लाखों रोज़गार दे सकते हैं।
प्रबंध न्यासी श्रीमती रागिनी रंजन ने जीकेसी द्वारा स्थापित कुटीर उद्योगों के उत्पादित सामग्री के मार्केटिंग की चर्चा की ,वहीं गो ग्रीन अभियान के माध्यम से पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी की चुनौतियों का सामना करने में अपनी भूमिका बनाने का पदाधिकारियों को मंत्र दिया।
झारखंड प्रदेश ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष नीरज सहाय ने किया।
इस अवसर पर श्रीमती रागिनी रंजन,नीरज सहाय,सीएफ़ओ निष्का रंजन,राष्ट्रीय सचिव लाला सौरभ वर्मा,मृणालिनी अखौरी,कुमार आर्यन ,गणपति जगबंदन ,मनोरंजन कुमार सिन्हा ,अमित श्रीवास्तव,आदि ने भी विचार रखे।