पटना, 11 जुलाई: आज ललित कला अकादमी में कला संस्कृति एवं युवा विभाग के सहयोग से “ला पिंटुरा” संस्था के द्वारा 5 दिनों तक चलने वाली भारत की पहली नियॉन कला प्रदर्शनी “निओफोरिया” का उद्घाटन किया गया ।
निदेशक सांस्कृतिक कार्य, श्रीमती रूबी ने आधिकारिक तौर पर प्रदर्शनी का उद्घाटन, प्रसिद्ध कलाकार श्री कृपा शंकर, ला पिंटुरा की संस्थापक सुश्री अंकिता निदेशक अभिषेक एवं आर.जे अंजलि की उपस्थिति में दीप जला कर किया ।
श्रीमती रूबी ने कहा कि यह पहली बार है जब भारत में नियॉन कला प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है । यह अपनी तरफ का अभूतपूर्व पहल है । कला संस्कृति एवं युवा विभाग, कलात्मक अभिव्यक्ति और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है । विभाग के द्वारा समय-समय पर अलग अलग विधाओं की प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाता रहा है । कला का प्रभाव हम सब के जीवन में सृजनशीलता पर पड़ता है । 5 दिनों तक चलने वाले नियोन पेटिंग का जो कांसेप्ट, है वो बहुत ही अनूठा है । इस कार्यक्रम में पटना के कला प्रेमियों के आने की उम्मीद है ।
प्रसिद्ध कलाकार श्री कृपा शंकर ने कहा कि कला केवल कलम, कैनवास और रंगों तक सीमित नहीं है । इसका विस्तार और प्रभाव हमारे जीवन तक है । कला हमारे बोलने, चलने और व्यवहार में भी समाहित है । उन्होंने मानव अनुभव को समृद्ध करने और सामाजिक चेतना को आकार देने में कला की भूमिका पर जोर दिया ।
ला पिंटुरा की निदेशक श्रीमती अंकिता ने प्रदर्शनी और कलाकारों की नई पीढ़ी को प्रेरित करने की इसकी क्षमता के बारे में अपने विचार व्यक्त की । उन्होंने युवा प्रतिभाओं के लिए एक सहयोगी वातावरण को बढ़ावा देने के लिए विभाग के सहयोग की प्रसंशा की । उन्होंने कहा कि “नियोफोरिया” समकालीन कला पर एक नया दृष्टिकोण प्रदान करता है और इसके भविष्य को आगे और बेहतर करने में युवा कलाकारों की भूमिका महत्वपूर्ण है ।
आरजे अंजलि ने इस नियॉन कला प्रदर्शनी में शामिल युवा टीम की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रदर्शनी में शामिल सभी कलाकार 25 वर्ष से कम आयु के हैं । आज कला केवल एक शौक नहीं रहा है, यह एक मुख्यधारा का करियर भी हो सकता है । और युवाओं को इसके बारे में सोचना चाहिए ।
पांच दिनों तक चलने वाली, यह प्रदर्शनी सुबह 10:30 से शाम 7 बजे तक लोगों के लिए खुली रहेगी । इसमें प्रवेश निशुल्क रहेगा ।