आज दिनांक 30 मई को बिहार विधान परिषद सभागार में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी जी की स्मृति सभा आयोजित की गई। ‘कबीर के लोग’ के तत्वाधान में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में वक्ताओं ने स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी जी के जीवन एवं व्यक्तित्व के विभिन्न आयामों के साथ–साथ अपने व्यक्तिगत अनुभवों को भी साझा किया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार विधान परिषद के सभापति श्री देवेश चंद्र ठाकुर उपस्थित थे। अपने संबोधन में देवेश चंद्र ठाकुर जी ने कहा कि सुशील मोदी जी एक बहुआयामी प्रतिभा के व्यक्ति थे जिन्होंने सदैव बिहार की गरिमा और उन्नति को ऊपर रखने का काम किया । सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगाप्रसाद चौरसिया जी ने अपने संबोधन में कहा कि सुशील मोदी जी ने 50 वर्ष के अपने सार्वजनिक जीवन में राजनीति और समाज सेवा के क्षेत्र में जो अमिट छाप छोड़ी है उसे चीरकाल तक याद किया जाएगा और वर्तमान पीढ़ी के राजनेताओं को इससे प्रेरणा मिलती रहेगी । सुशील मोदी जी एक ऐसे राजनेता थे जिन्हें राजनीति में शुचिता का पर्याय कहा जा सकता है, जिन्होंने सार्वजनिक जीवन में शब्द और आचरण की मर्यादा का सदैव ध्यान रखा।

कार्यक्रम का संचालन पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं विधान पार्षद डॉ संजय पासवान ने किया। उन्होंने कहा कि कबीर के लोग नियमित रूप से सुशील मोदी जी के स्मृति में कार्यक्रम एवं व्याख्यानमाला का आयोजन करता रहेगा । इसके अतिरिक्त कबीर के लोग सुशील मोदी जी के जीवन के विविध आयामों पर शोध का कार्य भी करेगा।

स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी जी का निधन कैंसर के कारण 13 मई को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में हो गया था।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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