उद्योग विभाग द्वारा तैयार नए पोर्टल का भी किया लोकार्पण
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री महिला उद्यमी एवं मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का आज शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने उद्योग विभाग द्वारा तैयार किए गए नए पोर्टल उद्यमी बिहार का भी लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहां की इन योजनाओं से महिलाओं और युवाओं में उद्यमिता विकास एवं स्वरोजगार को और बढ़ावा मिलेगाl वर्ष 2018 में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति उद्यमी योजना तथा जननायक स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी की जयंती के अवसर पर वर्ष 2020 में अति पिछड़ा वर्ग के युवक-युवतियों के लिए मुख्यमंत्री अति पिछड़ा उद्यमी योजना की शुरुआत की गई थी। राज्य सरकार के सात निश्चय पार्ट 2 के अंतर्गत पिछली योजनाओं को जारी रखते हुए इस नई योजना की रूपरेखा तैयार की गई है, जिसमें सभी वर्ग की महिलाएं और युवक शामिल होंगे। महिला उद्यमियों को उद्योग लगाने के लिए ₹5 लाख रुपया अनुदान तथा ₹5 लाख रुपया ब्याज मुक्त ऋण तथा युवाओं को ₹5 लाख अनुदान तथा ₹5 लाख ऋण 1% ब्याज पर उपलब्ध कराया जाएगाl इन योजनाओं के लिए दी जाने वाली राशि 2 किश्तों में उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 में सरकार में आने के बाद से महिलाएं सक्षम और आत्मनिर्भर हों इसके लिए हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान एवं सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए हैंl 2006 से पंचायती राज संस्थाओं एवं 2007 से नगर निकायों के निर्वाचन में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया, पिछले तीन चुनावों में कई महिला जनप्रतिनिधि चुनकर सामने आईl प्राथमिक शिक्षक नियोजन में 50%, पुलिस में महिलाओं के लिए 25% तथा बाद में सभी नौकरियों में महिलाओं को 25% आरक्षण का लाभ दिया जा रहा हैl अब यह प्रावधान किया गया है कि सभी कार्यालयों में महिला कर्मियों, पदाधिकारियों की पोस्टिंग अवश्य होl 2006 से ही जीविका समूह की शुरुआत की गईl आज 10 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह का गठन कर एक करोड़ से अधिक महिलाओं को इससे जोड़ा गयाl राज्य के इंजीनियरिंग संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों एवं स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में लड़कियों के लिए कम से कम एक तिहाई आरक्षण का प्रावधान किया गया हैl लड़कियों के साइकिल योजना की शुरुआत की गई जिससे लड़कियों में आत्मविश्वास बढ़ा और स्कूलों में उनकी संख्या भी काफी बढ़ीl बाद में लड़कों के लिए भी इसकी शुरुआत हुई लड़कियों को मैट्रिक, इंटर और उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करने के दृष्टिकोण से इंटर उतीर्ण होने पर अविवाहित लड़कियों को ₹25000, स्नातक उत्तीर्ण होने पर विवाहित या अविवाहित लड़कियों को ₹50000 रूपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा मानना है कि राज्य का विकास तभी होगा, जब पुरुष के साथ महिलाएं भी काम करेंl अब महिलाओं की भागीदारी सभी जगहों पर बढ़ी है, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हुई हैl जब महिलाएं आगे बढ़ेंगी तभी सही मायने में समाज आगे बढ़ेगा और राज्य की प्रगति होगीl राज्य के विकास एवं लोगों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए हम लोग लगातार कार्यरत हैंl बिहार में उद्योग धंधे लगेंगे तो राज्य की तरक्की होगी और बिहार विकसित राज्य बनेगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कोरोना संक्रमण के दौर में हुई लोगों की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना से बचाव के लिए कई काम किए गए हैं सभी को कोरोनावायरस सतर्क और सजग रहने की आवश्यकता है सभी हाथ साफ करते रहे मास्क का प्रयोग जरूर करें और आपस में दूरी बनाकर रखें।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार एवं चंचल कुमार, सचिव अनुपम कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थेl जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं श्रीमती रेणु देवी, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, उद्योग विभाग के सचिव नर्मदेश्वर लाल सहित उद्योग विभाग के अन्य पदाधिकारी जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक तथा योजना के लाभार्थी जुड़े हुए थे।