एनबीसी न्यूज ने दक्षिण कोरियाई सेना के अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया है कि बुधवार की सुबह उत्तर कोरिया से मिसाइलों का दागा जाना शुरू हुआ। पहले चार मिसाइलों को येलो सागर की ओर लॉन्च किया गया। इसके फौरन बाद उत्तर कोरिया ने वॉनसन शहर से पूर्व की ओर 3 और मिसाइलें दागीं।
इनमें से एक मिसाइल उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच समुद्र-सीमा पर बफर जोन में गिरी। दक्षिण कोरिया के लिए यह उकसावे वाली कार्रवाई थी, क्योंकि साल 1948 के बाद से ऐसी स्थिति देखने को नहीं मिली है। ध्यान रहे कि 1948 में ही कोरियाई प्रायद्वीप दो देशों में बंट गया था।
बहरहाल, उत्तर कोरिया की तरफ से दागी गई मिसाइलों पर दक्षिण कोरिया ने भी जवाब दिया और अपने F-15K और KF-16 फाइटर जेट्स के जरिए जवाबी हमला बोला। हालांकि उत्तर कोरिया की ओर से मिसाइलों का दागा जाना नहीं रुका। लगभग 2 दर्जन मिसाइलें फायर की गईं। इसमें किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है।
मिसाइल टेस्टिंग के नाम पर उत्तर कोरिया लगातार टेस्ट कर रहा है। इस साल अबतक उत्तर कोरिया ने 50 से अधिक मिसाइलों को लॉन्च किया है। इनमें से कुछ लॉन्ग रेंज मिसाइलें भी हैं। मार्च में नॉर्थ कोरिया ने एक अंतरमहाद्वीपीय (intercontinental) बैलिस्टिक मिसाइल को टेस्ट किया था, 71 मिनट तक उड़ान भरने के बाद जापान के इलाके में गिरी थी। बुधवार को दागी गई मिसाइलें अमेरिका और दक्षिण कोरिया की मिलिट्री एक्सरसाइज की प्रतिक्रिया हो सकती हैं।
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