महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर शवदाह
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
स्काई से लू के रूप में ब्लिट रहे कहर के बीच दूसरी तरह की बीमारियां भी अपना असर बढ़ा रही हैं। इसी कारण की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण वाराणसी का महाश्मशान मणिकर्णिका घाट है। जहां शवदाह के लिए चिताओं की कॉन्ट्रेक्ट लग रही है। लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड और पूर्वांचल सटा होने के कारण मोक्ष की कामना के लिए सभी लोग शवों को महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर लाते हैं। भीषण गर्मी के कारण यहां लोग शव को शाम के समय लेकर आते हैं, इससे शवों का ट्रैफिक बढ़ रहा है।
शवदाह करने के लिए लोग तीन से चार घंटे का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि इसका बड़ा कारण मणिकर्णिका घाट पर जगह की कमी भी है। पिछले साल के प्रमाण इस वर्ष निर्माण कार्यों के कारण मणिकर्णिका घाट पर अंत्येष्टि के लिए कम जगह बची है।
ये भी पढ़ें: बलिया जिला अस्पताल में तीन दिन में 74 की मौत, प्रचंड गर्मी और लू के बीच मचा कोहराम