हैदराबाद सड़क हादसे में शिक्षिका की मौत


स्पाइन मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) से पीड़ित बच्चों के लिए स्पाइन स्कोलियोसिस सर्जरी (रीढ़ की असामान्य वक्रता या स्कोलियोसिस को ठीक करने के लिए सर्जरी) सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में पहली बार तिरुवनंतपुरम सरकारी मेडिकल कॉलेज में आर्थोपेडिक सर्जनों की एक टीम द्वारा की गई है। अस्पताल।

एसएमए वाले बच्चों को स्कोलियोसिस के लिए स्पाइनल फ्यूजन सर्जरी की पेशकश करने का निर्णय इस साल जनवरी में स्वास्थ्य मंत्री द्वारा बुलाई गई बैठक में लिया गया था।

स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय द्वारा यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि निजी स्वास्थ्य क्षेत्र में करीब 15 लाख रुपये की लागत वाली इस सर्जरी को मरीज को मुफ्त में प्रदान किया गया।

कोझिकोड की एक 14 वर्षीय लड़की, जो पिछले 11 वर्षों से व्हीलचेयर तक ही सीमित है, पिछले गुरुवार को तिरुवनंतपुरम एमसीएच में रीढ़ की असामान्य वक्रता को सीधा करने के लिए सर्जरी कराने वाली पहली एसएमए रोगी थी। वह अस्पताल में सर्जरी से उबर रही है।

यह पहली बार था कि सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र में पहला एसएमए क्लिनिक एसएटी अस्पताल में साल के शुरू में शुरू किया था। एसएटी अस्पताल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा देश में उन संस्थानों की सूची में शामिल किया गया है जो दुर्लभ रोगों में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में कार्य करेंगे।

By Automatic RSS Feed

यह खबर या स्टोरी Aware News 24 के कर्मचारियों द्वारा संपादित नहीं की गई है और एक सिंडिकेट फीड से प्रकाशित हुई है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी. मुकदमा दायर होने की स्थिति में और कोर्ट के आदेश के बाद ही सोर्स की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed